यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी ने अपने संसदीय क्षेत्र रायबरेली के कार्यक्रम में नरेंद्र मोदी और भाजपा पर निशाना साधा। बुधवार को उन्होंने कहा कि केंद्र की सत्ता में बने रहने और नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री बनाए रखने के लिए सत्ताधारी दल (भाजपा) ने मर्यादा की सभी सीमाएं लांघ दीं। मतदाताओं को लुभाने के लिए हर तरह के हथकंडे अपनाए। सब जानते हैं कि लोकसभा चुनाव में जो कुछ भी हुआ, वह नैतिक था या अनैतिक। इससे पहले सोनिया और प्रियंका गांधी ने पदाधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक भी की। 


लोकसभा चुनाव के बाद रायबरेली पहुंचीं सोनिया ने कहा, ''पिछले कुछ सालों में हमारी चुनावी प्रक्रिया में कई तरह के संदेह उभरकर सामने आए हैं। इससे बड़ा दुर्भाग्य नहीं हो सकता कि सत्ता बचाने के लिए मर्यादा लांघी गई।'' इस दौरान प्रियंका ने कांग्रेस की हार के लिए कार्यकर्ताओं को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा, ''मैं यहां कोई भाषण नहीं दूंगी, लेकिन मुझे बोलने के लिए कहा जा रहा है तो सच बताती हूं। मैं उन कार्यकर्ताओं का पता करूंगी, जिन्होंने पार्टी के लिए चुनाव के दौरान काम नहीं किया।''


2004 से रायबरेली से जीत रही हैं सोनिया 
सोनिया गांधी ने पहली बार रायबेरली से 2004 में चुनाव लड़ा और तब से अब तक वह यहां की सांसद हैं। आमतौर पर बाकी पार्टियां कांग्रेस को इस सीट पर वॉकओवर देती आई हैं। लेकिन, इस बार सोनिया के ही खास सिपहसलार रहे दिनेश सिंह ने भाजपा के टिकट पर सोनिया को चुनौती दी थी। हालांकि, इस चुनाव में सोनिया ने उन्हें डेढ़ लाख से ज्यादा मतों के अंतर से हराया।


उप्र में सिर्फ एक सीट जीती कांग्रेस 
कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश की सभी 80 सीटों पर चुनाव लड़ा था, लेकिन सोनिया गांधी को छोड़कर उसका कोई उम्मीदवार चुनाव नहीं जीत सका। वहीं, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी परंपरागत सीट अमेठी से चुनाव हार गए। उन्हें केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने हराया था। चुनाव के दौरान इन दोनों ही सीटों पर प्रचार की कमान प्रियंका गांधी ने संभाल रखी थी। 



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