लोकसभा चुनाव में भारी बहुमत से दुबारा मोदी सरकार ने अपना परचम लहरया है। इस शानदार जीत की वाहवाही पूरी दुनिया कर रही है, सभी मोदी के फैन बन चुके है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जादू केवल भारत में ही नहीं बल्कि अमेरिका के भी सर चढ़ कर बोल रहा है। ऐसा लगता है मोदी की जीत भारत और अमेरिका के रिश्ते को काफी हद तक सुधार देगी। बता दें कि 24 जून काे अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो भारत दौरे पर आएंगे। भारत में आने से पहले ही पोम्पियो ने मोदी की तरीफों के पुल बांधना शुरू कर दिया है। दरअसल भारत-अमेरिका व्यापार परिषद की बैठक में अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री एस जयशंकर प्रसाद की तारीफ करते हुए ‘मोदी है तो मुमकिन है’ स्लोगन के बारे में कहा और उन्होंने यह भी कहा कि "मैं देखना चाहता हूं कि मोदी दोनों देशों के रिश्तों को और मजबूत कैसे बनाते हैं। अपने समकक्ष जयशंकर से मिलने के लिए भी उत्साहित हूं। वे एक मजबूत साथी हैं।" 28-29 जून को ओसाका में जी-20 समिट होने जा रहा है। सूत्रों के मुताबिक पोम्पियो का मानना है कि द्विपक्षीय रिश्तों को नया आयाम देने के लिए इस दौरान दोनों देशों के बीच बड़े मुद्दों और विचारों पर चर्चा होगी।


पोम्पियो ने मोदी की तारीफ करते हुए यह भी कहा कि ‘‘हम भारत की नई सरकार के साथ बातचीत जारी रखेंगे। मोदी ने अपने चुनाव अभियान में कहा था- मोदी है तो मुमकिन है। अब देखना है कि वह दुनिया के साथ रिश्तों और भारत की जनता से किए वादों को कैसे संभव बनाते हैं। उम्मीद है कि वे अमेरिका के साथ रिश्तों को और मजबूत करेंगे। भारत यात्रा के दौरान ट्रम्प प्रशासन के ‘महत्वाकांक्षी एजेंडे’ पर बातचीत होगी।’’ गौरतलब है कि 1971 के बाद से कोई भी भारतीय पीएम बहुमत के साथ दोबारा पीएमओ में नहीं लौटा है लेकिन मोदी ने इसे भी संभव कर 'शानदार' जीत हासिल की है। हर घर मोदी की ही लहर दौड़ रही है।


भारत-अमेरिका के रिश्तों में अनबन की खबरों से तो सभी वाकिफ है, अमेरिका ने भारत पर मानदंडों को ठीक से ना मानने का आरोप लगाते हुए भारत को विशेष तरजीह वाले राष्ट्रों यानी जीएसपी की सूची से भी बाहर कर दिया था। ट्रंप प्रशासन के इस फैसले ने दोनों के संबंधो में खटास पैदा कर दी है। इतना ही नहीं भारत के ईरान और वेनेजुएला से तेल आयात पर भी अमेरिका ने रोक लगाई है। इन फैसलों से दोनों देशों के बीच व्यापार को लेकर चिंता थोड़ी बढ़ गई है। पोम्पियो ने कहा, ''भारत के चुनाव नतीजों से आश्चर्यचकित नहीं हुआ, बल्कि मैं जानता था कि पीएम मोेदी नए तरीके के नेता हैं। उन्होंने एक राज्य को 13 साल दिए। चायवाले के बेटे हैं और गरीब से गरीब का विकास उनकी प्राथमिकता में है। उन्होंने भारत के करोड़ों घरों में बिजली और गैस चूल्हे पहुंचाए हैं।''
आपको बता दें कि 30 जून को पाेम्पियो की हिंद-प्रशांत क्षेत्राें की यात्रा खत्म होगी और इसी संबंध में पोम्पियो भारत के अलावा श्रीलंका, जापान और दक्षिण काेरिया भी जाएंगे। भारत यात्रा को लेकर पोम्पियो ने कहा कि 'वह वास्तव में मानते हैं कि दोनों देशों के पास अपने लोगों, हिंद-प्रशांत क्षेत्र और दुनिया की भलाई के लिए एक साथ आगे बढ़ने का अवसर है।'

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