पश्चिम बंगाल में राजनीतिक संघर्ष के बीच खूनी हिंसा की बढ़ती वारदातों पर केंद्र सरकार ने चिंता जाहिर की है। गृह मंत्रालय ने ममता सरकार से पूछा है कि उसने बढ़ती हिंसा पर लगाम लगाने के लिए क्या कदम उठाए हैं। साथ ही गृह मंत्रालय ने राज्य सरकार को एडवाइजरी भी जारी की है।



गृह मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक साल 2016 से 2019 तक चुनाव से संबंधित और राजनीतिक हिंसा की बढ़ती घटनाओं और इनमें मारे जानेवाले लोगों की संख्या की ओर इशारा करते हुए गृह मंत्रालय ने राज्य सरकार को जारी एक सलाह में कहा है कि पिछले कुछ वर्षों में बेरोकटोक जारी हिंसा गहरी चिंता का विषय है। 



मंत्रालय के सूत्रों का कहना है कि केंद्र ने पश्चिम बंगाल सरकार से राजनीतिक हिंसा को रोकने और दोषियों को सजा दिलाने के लिए ऐसी घटनाओं की जांच के लिए उठाए गए कदमों पर रिपोर्ट मांगी है। 



बता दें कि पश्चिम बंगाल में हिंसा के ताजा मामले में शुक्रवार की रात मुर्शिदाबाद में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के दो कार्यकर्ताओं की एक बम विस्फोट में मौत हो गई। आठ जून को बशीरहाट हिंसा में चार लोगों की हत्या के बाद रविवार और सोमवार को भाजपा और आरएसएस के दो कार्यकर्ताओं के शव पेड़ से लटके मिले थे। 



वहीं, सोमवार की ही रात उत्तर 24 परगना के कांकीनारा इलाके में हुए बम धमाके से लोग दहशत में हैं। इस बम धमाके में दो लोगों की मौत हो गई, जबकि चार अन्य लोग घायल हो गए। मरने वाला टीएमसी का कार्यकर्ता बताया जा रहा है। बंगाल में शनिवार से लेकर शुक्रवार तक कुल 10 लोगों की हत्या हुई है। पुलिस मामले की छानबीन में लगी है। 



स्थानीय लोगों का कहना है कि सोमवार रात अज्ञात बदमाशों ने देसी बम धमाके किए, जिसमें जानमाल का नुकसान हुआ। बम धमाके के बाद से लोग दहशत में हैं। इलाके में कुछ घरों में लूट की भी खबरें सामने आ रही हैं। लोगों ने प्रशासन से मदद की गुहार लगाई है। 

మరింత సమాచారం తెలుసుకోండి: