नई दिल्ली। बिहार के मुजफ्फरपुर में एक्यूट इंसेफेलाइटिस का कहर जारी है। अबतक 80 बच्चे काल के गाल में समा चुके हैं। बिहार सरकार का स्वास्थ्य विभाग सभी तरह के दावे कर रहा है। लेकिन हालात में कोई खास सुधार नहीं है। इन सबके बीच सीएम नीतीश कुमार ने इंसेफेलाइटिस के कहर को शिकार बन चुके बच्चों के परिजनों को चार लाख रूपए मुआवजे की घोषणा की है। इसके साथ ही सरकार का कहना है कि इस बीमारी पर लगाम लगाने के लिए हरसंभव कोशिश की जा रही है।
मुजफ्फरपुर में हालात की जानकारी के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन वहां पहुंच चुके हैं। इससे पहले विशेषज्ञ डॉक्टरों की केंद्रीय टीम वहां जांच के लिए पहुंची थी और अपनी रिपोर्ट को केंद्र सरकार को सौंपा था। इससे पहले केंद्रीय गृहराज्यमंत्री नित्यानंद राय ने एसकेएम अस्पताल पहुंच कर हालाता का जायजा लिया था। उन्होंने कहा था कि हालात से निपटने के लिए पूरी तैयारी की गई थी। लेकिन अगर किसी तरह की खामी हुई है तो उसे संज्ञान में लिया गया है।
बता दें कि मुजफ्फरपुर में करीब करीब हर साल इस मौसम में इंसेफेलाइटिस कहर बनकर टूट पड़ता है। अस्पताल से कुछ ऐसी तस्वीरें सामने आई थी जिसमें साफ तौर पर बदइंतजामी दिखाई दी थी। ये बात अलग है कि जिस दिन बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे जांच के लिए अस्पताल पहुंचे थे उस दिन उन्होंने कहा था कि उनकी नजर में किसी तरह की खामी नजर नहीं आई थी। लेकिन अगर इस तरह की कोई खबर है तो बिहार सरकार कार्रवाई करेगी। 



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