प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के व्यक्तित्व की सराहना आज पूरी दुनिया कर रही है, लोकसभा चुनाव के बाद दुबारा मोदी ने प्रधानमंत्री की शपथ लेकर अपना वर्चस्व फिर से स्थापित किया है। पीएम नरेंद्र मोदी की तारीफ आज हर कोई कर रहा है और करे भी क्यों न आज जिस मुकाम पर वह पहुंचे है वह कबीले तारीफ है। भारत के प्रधानमंत्री की शख्सियत ही ऐसी है कि दूसरे देशों के राष्ट्रध्यक्ष प्रोटोकॉल तोड़ते नजर आ रहे है। दरअसल पीएम मोदी अभी किर्गिस्तान की राजधानी बिश्केक में शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के सम्मेलन में है जहां उन्होंने आतंकवाद के मुद्दे का भी जिक्र किया। शंघाई सहयोग संगठन के दौरान पीएम मोदी के सम्मान में राष्ट्रध्यक्ष प्रोटोकॉल तोड़ते दिखाई दिए। आपको बता दें कि शंघाई सहयोग सम्मेलन के एक  कार्यक्रम में बारिश होने लगी जिसके चलते किर्गिस्तान के राष्ट्रपति सूरोनबे जीनबेकोव स्टाफ की बजाय खुद पीएम मोदी के लिए छाता पकड़ते नजर आए।


सूरोनबे जीनबेकोव ने पीएम मोदी के लिए प्रोटोकॉल तक तोड़ दिए इससे आप खुद पीएम मोदी की शख्सियत का अंदाजा लगा सकते है। पीएम मोदी की आज सारी दुनिया कायल है। हाल ही में अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो भी खुद को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ करने से नहीं रोक पाए और भारत-अमेरिका व्यापार परिषद की बैठक से पहले ही उन्होंने कहा कि ‘मोदी है तो मुमकिन है'।


 इससे पहले श्रीलंका पहुंचे पीएम मोदी के सम्मान में राष्ट्रपति मैत्रिपाला सिरिसेना ने छाता संभालते नजर आए.


किर्गिस्तान में दृश्य को देख एक उभरते भारत की तस्‍वीर हमारी आँखों के सामने है, यह पहली बार नहीं है जब किसी राष्ट्रध्यक्ष ने पीएम मोदी के लिए प्रोटोकॉल तोडा हो इससे पहले भी श्रीलंका के राष्ट्रपति मैत्रिपाला सिरिसेना ने मोदी के सम्मान में छाता संभाला था। इतना ही नहीं 2016 में मोदी के व्यक्तित्व के फैन मेक्सिको के राष्ट्रपति एनरीक नीटो ने तो खुद कार चलाकर उन्हें वेज रेस्ट्रॉन्ट ले गए थे। गौरतलब है की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की शंघाई सहयोग सम्मेलन (एससीओ) में वहां मौजूद  दुनिया की महाशक्तियां सराहना करती दिखाई दीं। दुबारा सरकार बनाने के बाद यह पीएम मोदी का पहला  सम्मेलन है जहां उनके सम्मान में राष्ट्रपति प्रोटोकॉल तक भूल गए है।


 अगस्त 2015 में संयुक्त अरब अमीरात की सेना के डिप्टी सुप्रीम कमांडर और अबू धाबी के प्रिंस मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान ने प्रोटोकॉल तोड़कर मोदी का स्वागत किया था.


पीएम मोदी जब राजधानी कोलंबो पहुंचे थे तो वहां की तस्वीर भी सबको हैरान करने वाली थी, अन्य अधिकारियों की बजाय पीएम मोदी अगवानी में राष्ट्रपति सिरिसेना खुद ही छाता संभाल उनके साथ छाता तान कर चलते दिखाई दिए थे। ऐसा ही कुछ 2015 में हुआ जहां प्रोटोकॉल को नजरअंदाज कर संयुक्त अरब अमीरात की सेना के डिप्टी सुप्रीम कमांडर और अबू धाबी के प्रिंस मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान ने पीएम मोदी का खुद स्वागत किया था। आपको एक और ऐसा किस्सा बताते है जब जापान के प्रधानमंत्री भी सभी प्रोटोकॉल भूल गए। अगस्त 2014 में प्रधानमंत्री शिंजो ने प्रधानमंत्री मोदी को क्योटो शहर घुमाया था। आज पूरी दुनिया पीएम मोदी से बहुत ही प्रभावित है जिसका जीता जागता उदाहरण इन सभी देशों में देख चुके हें।

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