ओसाका। जापान के ओसाका में आयोजित जी-20 शिखर सम्मेलन से इतर यहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच द्विपक्षीय मुलाकात हुई, जिस दौरान रक्षा संबंधों सहित अहम मुद्दों पर चर्चा हुई। ट्रंप ने इस दौरान पीएम मोदी की तारीफ करते हुए उन्हें 2019 के चुनाव में जीत के लिए बधाई दी और कहा कि अब तक वे अच्छे मित्र बन गए हैं।
दोनों नेताओं के बीच चर्चा के केंद्र में ईरान मुद्दा भी रहा, जिसके साथ अमेरिका की पिछले कुछ समय से तनातनी चल रही है। ईरान मुद्दे पर अमेरिका के राष्ट्रपति ने कहा, 'संदेश वही है, जो तीन दिन पहले था। हमारे पास पर्याप्त समय है और हम किसी तरह की जल्दबाजी में नहीं हैं। वे भी समय ले सकते हैं। जाहिर तौर पर समय नहीं होने का कोई दबाव नहीं है। आखिर में मुझे सबकुछ ठीक हो जाने की उम्मीद है। अगर ऐसा होता है तो अच्छा है, वरना आप इस बारे में सुनेंगे।'
वहीं, आम चुनावों में जीत के लिए पीएम मोदी को बधाई देते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, 'आप इसके हकदार हैं। आपने सबको साथ लेकर चलने की दिशा में बड़ा काम किया है। मुझे याद है, जब आपने पहली बार सत्ता संभाली, तो कई सारे समूह थे, जो एक-दूसरे से लड़ रहे थे। लेकिन अब वे साथ हैं। यह आपकी और आपकी योग्यताओं का शानदार सम्मान है।'
पीएम मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के बीच खास तौर पर चार अहम मसलों पर चर्चा हुई, जिनमें द्विपक्षीय संबंध, रक्षा संबंध, ईरान और 5जी का मुद्दा शामिल रहा। अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि आज दोनों देशों के बीच अच्छे संबंध हैं और ऐसे करीबी संबंध पहले कभी नहीं रहे। उन्होंने भारत के साथ सैन्य मुद्दों सहित कई क्षेत्रों में मिलकर काम करने की इच्छा जताई। उन्होंने यह भी कहा कि वह व्यापार पर भी चर्चा करेंगे।
यहां उल्लेखनीय है कि अमेरिकी राष्ट्रपति ने पीएम मोदी से मुलाकात से पहले गुरुवार को एक ट्वीट में इसके संकेत दिए थे कि वह अमेरिकी उत्पादों पर भारत की ओर लगाए जाने वाले शुल्क का मुद्दा उठाएंगे। उन्होंने भारत द्वारा अमेरिकी उत्पादों में हालिया शुल्क बढ़ोतरी को 'अस्वीकार्य' करार देते हुए इन्हें वापस लेने के लिए कहा था। इससे पूर्व इस मसले पर भारत की आलोचना करते हुए उन्होंने व्यंग्यात्मक लहजे में इसे 'ट्रैफिक किंग' भी कहा था और भारतीय उत्पादों पर भी इसी तरह के शुल्क लगाने की चेतावनी दी थी।