राजनीती के गलियारों में आजकल कोलकाता का एक नया मामला तूल पकड़ रहा है जिसे लेकर बहुत से लोगों की प्रतिक्रियाएं सामने आ रही है। बंगाली फिल्मों की अभिनेत्री और तृणमूल कांग्रेस की सांसद नुसरत जहां आजकल सुर्खियों में छायी हुई हैं और इसकी वजह उनका भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होना है। इसके अलावा उनकी शादी और धर्म को लेकर भी कुछ मुस्लिम कट्टरपंथियों ने उन्हें अपना निशाना बनाया है। दरअसल नुसरत जहां को इस बार की कोलकाता में हो रही भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा में मुख्य अतिथि के तौर पर इस्कॉन ने आमंत्रित किया है लेकिन कुछ लोगों को यह बात रास नहीं आ रही हैं।
कोलकाता में होने वाली भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा में इस्कॉन की तरफ से मुख्य अतिथि के तौर पर बुलाने के लिए अभिनेत्री से नेता बनीं तृणमूल कांग्रेस की सांसद नुसरत जहां ने धन्यवाद देते हुए उन्होंने ट्विटर पर एक वीडियो के जरिये बताया कि 'मैं रथयात्रा में हिस्सा लूंगी, संयोग से इसी दिन मेरी शादी का रिसेप्शन भी है। मैं रथयात्रा के आयोजन के लिए इस्कॉन को बधाई देती हूं। मैं 4 जुलाई को रथयात्रा में उपस्थित रहूंगी और दूसरों को भी रथयात्रा का हिस्सा बनने के लिए आमंत्रित करती हूं।' बशीरहाट से सांसद नुसरत जहां की हाल ही में कारोबारी निखिल जैन से शादी की है जिसकी तस्वीरों ने सोशल मीडिया पर तहलका मचा दिया था। तस्वीरों में दोनों बहुत ही प्यारे लग रहे थे।
आपको बता दें कि कोलकाता में होने वाली रथ यात्रा की शुरुआत पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी करेंगी। भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा में नुसरत जहां को चीफ गेस्ट के तौर पर आमंत्रित करने पर इस्कॉन के प्रवक्ता राधारमण दास ने ट्वीट किया कि 'हम सभी धर्मों को मानने वाले लोग हैं। हमने पाया कि नुसरत जहां के विचार हमारे विचारों से मिलते हैं। वो सभी धर्मों का आदर करती हैं। एक राजनेता के रूप में वो निश्चित ही आज लोगों को अपने विचारों से प्रभावित करेंगी।'
जन्म से इस्लाम को मानती आई हूं, यही मेरा धर्म : नुसरत जहां
बता दें कि शादी के बाद से ही मुस्लिम कट्टरपंथियों ने उन पर निशाना साधना शुरू कर दिया था। जब सांसद के तौर पर शादी के बाद नुसरत शपथ लेने के लिए संसद में पहुंची तो उनके मांग में सिंदूर और गले में मंगलसूत्र था जिसे देखकर कट्टरपंथियों ने कई सवाल खड़े किए जिसका जवाब देते हुए नुसरत ने ट्वीट किया था कि 'मैं एक समावेशी भारत का प्रतिनिधित्व करती हूं, जो जाति, संप्रदाय और धर्म की बाधाओं से परे है। मैं सभी धर्मों का सम्मान करती हूं। मैं अभी भी एक मुस्लिम हूं।' अपने पहनावे पर उठ रहे सवालों का नुसरत जहां ने कट्टरपंथियों को करारा जवाब देते हुए कहा कि 'लोगों को इस बारे में नहीं बोलना चाहिए कि मैं क्या पहनूं और क्या नहीं? मैंने वही किया, जो मेरे दिल ने कहा। हम विकास की राह में बढ़ते नए भारत के नागरिक हैं, जहां पर सभी परंपराओं और संस्कृतियों का सम्मान होना जरूरी है। भगवान के नाम पर क्यों लोगों को बांट दिया जाता है।'