पाकिस्तान में हिंदू लड़कियों के जबरन धर्म परिवर्तन का मुद्दा कनाडा में जोर पकड़ रहा है। पिछले हफ्ते यहां के मिसिसॉगा शहर में पाक के हिंदुओं ने प्रदर्शन किया। उन्होंने मांग की कि इमरान खान की सरकार देश में अल्पसंख्यक लड़कियों के जबरन कराए जा रहे धर्म परिवर्तन पर रोक लगाए। साथ ही उन अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई करे जो धर्म का इस्तेमाल निर्दोष लड़कियों के अपहरण और दुष्कर्म के लिए करते हैं।


प्रदर्शनकारियों ने कहा कि सिंध में रहने वाले हिंदू मुसीबत में हैं। इन दिनों वहां जबरन धर्म परिवर्तन के कई मामले सामने आ रहे हैं। प्रदर्शनकारियों ने ‘नाबालिग हिंदू लड़कियों के जबरन धर्म परिवर्तन पर रोक लगाए पाकिस्तान’, ‘पाकिस्तान अल्पसंख्यकों का उत्पीड़न बंद करो’, ‘पाकिस्तान हिंदू बच्चियों के अपहरण पर रोक लगाए’ जैसे लिखे कई पोस्टर भी दिखाए। वे ‘हमें न्याय चाहिए’ का नारा भी लगा रहा थे।


होली के दिन 2 हिंदू बच्चियों का अपहरण हुआ था

इससे पहले भी कनाडा में अप्रैल में हिंदू बच्चियों के अपहरण को लेकर प्रदर्शन हुआ था। इस साल होली के दिन पाकिस्तान के सिंध प्रांत में घर से दो हिंदू लड़कियों का अपहरण कर लिया गया था। बाद में जब वह मिली तो उनका धर्म परिवर्तन किया जा चुका था। भारत ने पाकिस्तान के विदेश कार्यालय को एक आधिकारिक नोट लिखकर इस घटना पर चिंता जताई थी। इमरान सरकार से अल्पसंख्यक समुदायों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कार्रवाई की मांग की थी।


सिंध में जबरन धर्म परिवर्तन आम- रिपोर्ट

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, दोनों लड़कियां अनुसूचित जाति समुदाय की थीं। उनका 21 मार्च को कोहबर और मलिक जनजाति के लोगों ने अपहरण कर लिया था। मानवाधिकार कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया था कि जबरन धर्म परिवर्तन और अपहरण सिंध के दक्षिणी इलाकों में आम हो गए हैं।


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