संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) में भारतीय राजदूत सैयद अकबरुद्दीन ने दाऊद इब्राहिम का मुद्दा उठाया। अकबरुद्दीन ने मंगलवार को यूएनएससी में कहा, ‘‘दाऊद की डी-कंपनी का अपराध-तंत्र अब पूरी तरह से आतंकी नेटवर्क में बदल गया है। आज यही हमारे क्षेत्र में असली और सबसे बड़ा खतरा है।’’ उन्होंने लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद जैसे आतंकी संगठनों पर भी सख्त कार्रवाई की बात कही।



यूएनएससी में मंगलवार को अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा के लिए खतरे पर खुले तौर पर विचार रखे गए। इस दौरान अंतरराष्ट्रीय आतंकी संगठन और आपराधिक संगठनों के बीच क्या जुड़ाव है, इस पर बात कही गई। 1993 मुंबई बम धमाकों का आरोपी दाऊद भारत में वांछित अपराधी है।



‘डी कंपनी का भारत में कारोबार ज्यादा’

अकबरुद्दीन ने कहा, ‘‘डी कंपनी की गैरकानूनी आर्थिक गतिविधियां दूसरी जगहों पर भले ही बहुत कम हों, लेकिन हमारे क्षेत्र में यह बड़े पैमाने पर हैं। दाऊद हमारे क्षेत्र में सोने की तस्करी, फेक करंसी और हथियार और ड्रग्स की तस्करी जैसे गैरकानूनी काम करता है। यही असली और वर्तमान खतरा है।’’



उन्होंने कहा, ‘‘इस्लामिक स्टेट (आईएसआईएल) के खिलाफ सफलता साबित करती है कि यदि हम सभी मिलकर कार्रवाई करें तो परिणाम अच्छे मिलते हैं। अल-कायदा के सहयोगी लश्कर और जैश की तरह ही दाऊद इब्राहिम की आपराधिक डी-कंपनी भी बड़ा खतरा है। सभी पर धारा 1267 के तहत कार्रवाई की जानी चाहिए।’’

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