पुलवामा हमले के बाद भारत की तरफ से पाकिस्तान के बालाकोट में की गई एयरस्ट्राइक के बाद आतंकियों में खौफ का माहौल है। यही वजह की लश्कर-ए-तौयबा और जैश-ए-मोहम्मद समेत कई संगठनों के आतंकवादियों तो भारत-पाक सीमा से लगे जंगलों से हटाकर अफ्गानिस्तान सीमा पर शिफ्ट कर दिया गया है। लेकिन अमेरिकी ड्रोन ने इन आतंकियों को भी ढूंढ निकाला है। दरअसल अफ्गानिस्तान में सीमा पर छिपे ये आतंकी और इनका नेतृत्व अमेरिकी हमलावर ड्रोन की जद में आ गए हैं।


मीडिया रिपोट्स के मुताबिक पाकिस्तान- अफ्गानिस्तान का सीमावर्ती इलाका आतंकियों का हब माना जाता है, ऐसे में अमेरिकी ड्रोन इन ठिकानों पर आतंकी हमले भी करता रहता है। माना जा रहा है कि ये अमेरीकी ड्रोन अफगानिस्तान-पाकिस्तान सीमा के आठ किलोमीटर इलाके में ऑपरेशन को अंजाम दे सकता है।


बताया जा रहा है कि अफगानिस्तान तालिबान और हक्कानी गुट अफ्गानिस्तान सीमा पर छिपे इन आतंकियों की खुल कर मदद कर रहा है। वहीं इन आतंकियों के ठिकानों का पता लगना भारत के लिए काफी फायदेमंद माना जा रहा है।


बालाकोट में हुए एयरस्ट्राइक के बाद आतंकी भारच-पाक सीमा पर रहने से डर रहे हैं। इसकी सीधी-सीधी वजह है भारत की तरफ से होने वाला हमला। आतंकियों को डर है कि भारत न सिर्फ सीमा पर बल्कि पाकिस्तान के अंदर भी हमला कर सकते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि भारत की तरफ से जो एयर स्ट्राइक की गई थी जो सीमावर्ती इलाके पर नहीं, बल्कि पाकिस्तान के पाकिस्तान खैबर पख्तूनवा प्रांत में हैं। इसी डर की वजह से आतंकियों ने अपना ठिकाना बदल लिया है।





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