केरल के वरिष्ठ विधायक और राजग सहयोगी पीसी जॉर्ज ने रविवार को दावा किया कि राज्य से कांग्रेस के छह सांसद और तीन विधायक भाजपा केंद्रीय नेतृत्व के साथ संपर्क में हैं और वहां दलबदल संभव है। वहीं, दूसरी ओर कांग्रेस ने पूंजर क्षेत्र से विधायक के इस दावे को खारिज किया है और उन्हें बड़बोला बताते हुए कहा है कि वह सिर्फ मीडिया का ध्यान पाने के लिये ऐसी बयानबाजी कर रहे हैं।



जॉर्ज की केरल जनपक्षम सेक्युलर पार्टी हाल ही में भाजपा नेतृत्व वाले एनडीए का हिस्सा बनी। उन्होंने ऐसे समय में यह दावा किया है जब कर्नाटक और गोवा में अपने विधायकों के दलबदल से कांग्रेस को झटका मिला है।



जॉर्ज की इस बयानबाजी से सियासी गलियारे में इस बात की चर्चा होने लगी है कि क्या कर्नाटक के बाद 'भाजपा' या उसके सहयोगी अब केरल में सेंधमारी की फिराक में हैं? हालांकि फिलहाल यह केवल चर्चा का ही विषय बना हुआ है, लेकिन कर्नाटक के सियासी नाटक भरे माहौल में नेता दावा करने में पीछे नहीं हट रहे हैं।



अपनी पार्टी की प्रदेश कमेटी की बैठक के बाद कोट्टायम में जॉर्ज ने पत्रकारों से कहा, मुझे पता चला है कि राज्य में कांग्रेस के छह सांसद और तीन विधायक भाजपा केंद्रीय नेतृत्व के साथ बातचीत कर रहे हैं। बहरहाल उन्होंने इस संबंध में और जानकारी देने से इनकार कर दिया।



बाद में पीटीआई से बातचीत में वरिष्ठ विधायक ने कहा कि इस बारे में वह विस्तृत जानकारी नहीं दे सकते हैं लेकिन उन्होंने दावा किया कि केरल में कांग्रेस खेमे से भाजपा में लोग जायेंगे। जॉर्ज ने कहा कि उनका दावा जल्द सही साबित होगा।



कांग्रेस ने खारिज किया जॉर्ज का दावा

जॉर्ज के दावों को कांग्रेस ने खारिज किया है। केपीसीसी उपाध्यक्ष वीडी सतीसन ने कहा कि कोई भी जॉर्ज को गंभीरता से नहीं लेता है क्योंकि वह बड़बोले हैं। सतीसन ने पीटीआई से कहा कि जॉर्ज हवा में बातें कर रहे हैं। केरल से कोई कांग्रेस नेता भाजपा में शामिल नहीं होगा।

మరింత సమాచారం తెలుసుకోండి: