लंबे समय से बीमारी की स्थिति में जी रहे पूर्व वित्तमंत्री अरुण जेटली की स्थिति पिछले कुछ दिनों से काफी ज्यादा नाजुक बनी हुई थी। उन्हे दिल्ली के AIIMS में लाइफ सपोर्ट पर रखा गया था। मगर आज बहुत ही दुखद खबर आई और बताया की अरुण जेटली जी का निधन आज 24 अगस्त की दोपहर में हो गया और इसके साथ ही देश ने कुछ ही दिनों के अंतराल से एक और राजनेता को खो दिया। आपको बता दें की अभी कुछ ही दिनों पहले पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज जी का निधन हो गया था जो की निश्चित रूप से देश के लिए बड़ी क्षति थी।


अरुण जेटली ने देश को दिया है बड़ा योगदान


66 वर्ष की उम्र में आज देश के पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली ने दिल्ली के AIIMS में अंतिम सांस ली। साल 1952 में देश की राजधानी में जन्मे अरुण जेटली ने दिल्ली विश्वविद्यालय से ही ला की शिखा ग्रहण की थी और फिर उसके बाद से ही उन्होने वकालत का काम भी शुरू कर दिया था। आपको बता दें की देश अरुण जेटली को नोटबंदी जैसा कडा फैसला लेने के लिए हमेशा याद रखेगा।
पिछले दिनों राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह समेत कई नेताओं ने अस्पताल पहुंचकर उनका हालचाल जाना था। चूंकि फिलहाल अभी देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी फिलहाल अपने विदेश दौरे पर हैं और अभी वो यूएई में हैं फिर भी उन्होंने जेटली जी की पत्नी और बेटे से फोन पर बात की। दोनों ने मोदी से अपना विदेश दौरा रद्द न करने की अपील की। मोदी को यूएई के बाद बहरीन भी जाना है।


Arun Jately


बताते चलें की अरुण जेटली जी की स्थिति काफी नाजुक चल रही थी और उन्हे दिल्ली के AIIMS में लाइफ सपोर्ट पर रखा गया था। बता दें की अरुण जेटली को सांस लेने में तकलीफ होने की समस्या होने पर उन्हे बीते शुक्रवार सुबह 11 बजे एम्स में भर्ती कराया गया था। स्थिति काफी नाजुक थी और इसे देखते हुए गृहमंत्री अमित शाह, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन भी उनका हाल जानने एम्स पहुंचे। मगर देर रात डॉक्टरों ने उन्हे मृत घोषित कर दिया। अरुण जेटली ने की मोड सरकार के कार्यकाल में देश की सेवा बेहद ही ईमानदारी और निष्ठा से की थी।

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