नयी दिल्ली। बीजेपी के कद्दावर नेता और पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली का शनिवार को निधन हो गया। 67 वर्षीय जेटली अब एक अनंत सफर पर चले गए। जेटली सॉफ्ट टिशू कैंसर की बीमारी से पीड़ित थे। उन्होंने आज दोपहर दिल्ली एम्स में 12 बजकर सात मिनट पर आखिरी सांस ली। बता दें कि नौ अगस्त को सांस लेने में आ ही दिक्कत के बाद 66 साल के जेटली एम्स में भर्ती कराया गया था। खराब स्वास्थ्य के कारण ही जेटली ने 2019 का लोकसभा चुनाव नहीं लड़ा था।


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जेटली के बेटे और पत्नी से बात की और शोक जताया। पीएम मोदी ने ट्वीट करके कहा कि उन्होंने सबसे मूल्यवान मित्र खो दिया। पीएम मोदी ने आगे कहा कि भाजपा और अरुण जेटली जी का अटूट बंधन था। एक उग्र छात्र नेता के रूप में, वह आपातकाल के दौरान हमारे लोकतंत्र की रक्षा करने में सबसे आगे थे। वह हमारी पार्टी का एक बहुत पसंद किया जाने वाला चेहरा बन गए।'


वहीं राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने ट्वीट करके कहा- 'श्री अरुण जेटली के देहावसान से मुझे गहरा दुख हुआ है। उन्होंने दृढ़ता और गरिमा से अपनी बीमारी का सामना किया। एक प्रखर वकील, अनुभवी सांसद और उत्कृष्ट मंत्री के रूप में उन्होंने राष्ट्र निर्माण में अमूल्य योगदान दिया। श्री अरुण जेटली, कठिन से कठिन कार्य को शांति, धैर्य और गहरी समझदारी के साथ पूरा करने का अद्भुत सामर्थ्य रखते थे। उनका देहावसान हमारे सार्वजनिक जीवन और बौद्धिक क्षेत्र के लिए बहुत बड़ी क्षति है। उनके परिवार और सहयोगियों के प्रति मेरी गहन शोक संवेदनाएं।'


जेटली के निधन पर बीजेपी के प्रवक्ता संबित पात्रा ने श्रद्धांजलि देते हुए ट्वीट किया, 'भारतीय राजनीति के लिए अकल्पनीय नुकसान!' अरुण जेटली, एक ऐसा शख्स जो कईयों के लिए मार्गदर्शक था, एक ऐसा शख्स जिसे सूर्य के नीचे यानी धरती की पूरी जानकारी थी। वह अब हमारे साथ नहीं है। उनका जीवन वास्तव में एक प्रेरणा था। ॐ शांति!'


पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि जेटली का सभी पार्टियों में सम्मान था। उनके निधन की खबर सुनकर काफी दुःख हुआ। भारतीय राजनीति में उनके योगदान को याद किया जाएगा। उनकी पत्नी, बच्चों, दोस्तों और प्रशंसकों के प्रति मेरी संवेदना है।


गृहमंत्री अमित शाह ने जेटली के निधन को निजी क्षति बताया। उन्होंने ट्वीट करके कहा- 'अरुण जेटली जी के निधन से अत्यंत दुःखी हूँ, जेटली जी का जाना मेरे लिये एक व्यक्तिगत क्षति है। उनके रूप में मैंने न सिर्फ संगठन का एक वरिष्ठ नेता खोया है बल्कि परिवार का एक ऐसा अभिन्न सदस्य भी खोया है जिनका साथ और मार्गदर्शन मुझे वर्षो तक प्राप्त होता रहा।'


खुशमिजाज व्यक्तित्व वाले जेटली जी से मिलना और उनसे विचार विमर्श करना सभी के लिए एक सुखद अनुभव होता था। आज उनके जाने से देश की राजनीति और भारतीय जनता पार्टी में एक ऐसी रिक्तता आयी है जिसकी भरपाई होना जल्दी संभव नहीं है।


उन्होंने आगे ट्वीट किया, 'अपने अद्वितीय अनुभव और विरले क्षमता से अरुण जी ने संगठन और सरकार में विभिन्न दायित्वों का निर्वाह किया। एक प्रखर वक्ता और समर्पित कार्यकर्ता अरुण जी ने देश के वित्त मंत्री, रक्षा मंत्री और राज्य सभा में नेता विपक्ष जैसे महत्वपूर्ण पदों को पूरी कुशलता से निभाया।'


अमित शाह ने एक और ट्वीट में कहा, 'मोदी सरकार के 2014-19 के कार्यकाल के दौरान देश के वित्त मंत्री के रूप में उन्होंने अपनी अमिट छाप छोड़ी और मोदी जी की गरीब कल्याण की परिकल्पनाओं को जमीन पर उतारा और हिन्दुस्तान को विश्व की सबसे तेज गति से आगे बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था के रूप में प्रतिष्ठित किया।'











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