ट्विटर आजकल अपनी एप्लीकेशन पर क्लीन अभियान चला रहा है। भारतीय सेना के ढेरों फर्जी अकाउंट ब्लॉक करने के बाद ट्विटर ने फेक न्यूज फैलाने वाले अकाउंट्स पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया। फेक न्यूज को लेकर दुनियाभर में बहस हो रही है और बार-बार आरोप लगाए जा रहे हैं कि खासतौर पर सोशल मीडिया अकाउंट्स के जरिए फेक न्यूज को बढ़ावा दिया जा रहा है।



शुक्रवार को ट्विटर ने संयुक्त अरब अमीरात, चीन और स्पेन में सरकारों के खिलाफ फैलाई जा रही फेक न्यूज और प्रोपेगंडा पर सख्ती बरतते हुए हजारों अकाउंट्स को ब्लॉक कर दिया। बंद किए गए अकाउंट्स में कुछ ऐसे भी थे, जो चीन से चलाए जा रहे थे और इनका इस्तेमाल हांगकांग में चल रहे विरोध-प्रदर्शन को उकसाने के लिए किया जा रहा था।



वहीं कुछ अकाउंट्स ऐसे भी थे, जो सऊदी अरब के समर्थन में कतर और यमन के लोगों को मिस्र और संयुक्त अरब अमीरात से संदेश भेजे जा रहे थे। इन अकाउंट्स को भी बंद किया गया है। इसके अलावा स्पेन और इक्वाडोर में फेक न्यूज फैलाने वाले कई खातों को भी निलंबित कर दिए गया है।



इससे पहले ट्विटर ने ईरान के सरकारी मीडिया संगठनों के अकाउंट ब्लॉक किए थे। बहाई धर्म से जुड़े लोगों को निशाना बनाकर ट्विटर ने उनके उत्पीड़न के खिलाफ कार्रवाई की थी है।  बहाई अल्पसंख्यक समुदाय है, जिसने लंबे समय से ईरान में दमन झेला है।


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