माता सरस्वती को ज्ञान और कला की देवी माना जाता है| जो इंसान ज्ञान और कला के क्षेत्र में आगे बढना चाहते है उन्हें माता सरस्वती की पूजा ज़रुर करना चाहिए| माता सरस्वती का जन्मोत्सव यानी की बसंत पंचमी का त्यौहार 29 जनवरी 2020 को मनाया जाने वाला है| ऐसा माना जाता है कि जो भी माता सरस्वती की सच्चे मन से अराधना और वन्दना करता है उसे ज्ञान और कला के क्षेत्र में असिमित ऊर्जा प्राप्त होती है, बसंत पंचमी (Basant Panchami) का त्यौहार माघ मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी के दिन मनाया जाता है|


बसंत पंचमी (Basant Panchami) पर बन रहा शुभ संयोग
इस बार बसंत पंचमी में शादी को लेकर काफी अच्छे संयोग बनते हुए दिखाई दे रहे है| इसके अलावा पूजा पथ, यज्ञ, पितृ शांति, दान, गृह शांति या किसी अन्य शुभ कार्य के लिए भी यह दिन काफी अच्छा माना गया है| इस बसंत पंचमी पर सिद्धि और सर्वार्थसिद्धि जैसे दो महत्वपूर्ण महूर्त के योग बनते दिखाई दे रहे है| इसलिए यह दिन सभी मंगल कार्यो के लिए काफी शुभ माना गया है| इस बार गृह नक्षत्र की स्थिति भी काफी शुभ बताई गयी है क्योंकि इस बार तीन गृह ऐसे है जो अपनी ही राशि जैसे मंगल वृश्चिक में, बृहस्पति धनु राशि में और शनि मकर राशि में रहेंगे। गृह की शुभ स्थिति के कारण इस बार सभी धार्मिक कार्यों को करने के काफी अच्छे योग बनते हुए दिखाई दे रहे है|

 

इस बार बसंत पंचमी पर सिद्धि और सर्वार्थसिद्धि योग के बनने से इस दिन की शुभता और भी अधिक बढ़ गयी है| इसलिए जो लोग शिक्षा और कला से जुड़े है या शिक्षा और कला से जुदा कोई कार्य प्रारम्भ करना चाहते है उन्हें माता सरस्वती का इस दिन पूजन ज़रुर करना चाहिए| इस दिन माता सरस्वती की अराधना करने से हमारी शक्तियाँ जागृत होने लगती है| कुछ लोग इस बार 29 जनवरी तो कुछ लोग 30 जनवरी को बसंत पंचमी का त्यौहार मनाने वाले है| अगर ज्योतिष के माने तो इस बार 29 जनवरी को ही बसंत पंचमी का त्यौहार सबसे शुभ माना जा रहा है|

 

बसंत पंचमी 2020 का शुभ महूर्त | Basant Panchami 2020
बसंत पंचमी 29 जनवरी बुधवार सुबह 10.45 बजे से प्रारंभ अगले दिन 30 जनवरी गुरुवार दोपहर 1.20 बजे तक रहेगा। 

बुधवार को वसंत पंचमी का शुभ मुहूर्त है: 10.45 से 12.35 बजे तक 

गुरुवार को वसंत पंचमी का शुभ मुहूर्त है: 6.00 से 7.30, 12.20 से 1.20 बजे तक

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