महाशिवरात्रि हिन्दुओं का एक प्रमुख त्योहार है। इस माह कि 21 फरवरी को शिवरात्रि का पर्व देश भर में मनाया जाएगा। यह भगवान शिव के पूजन का सबसे बड़ा पर्व भी है। फाल्गुन कृष्ण चतुर्दशी को महाशिवरात्रि पर्व मनाया जाता है। माना जाता है कि सृष्टि के प्रारंभ में इसी दिन मध्यरात्रि को भगवान शंकर का ब्रह्मा से रुद्र के रूप में अवतरण हुआ था।

 

भगवान शिव जितनी जल्दी प्रसन्न होते हैं, उतनी ही जल्दी नाराज भी जल्दी हो जाते हैं इसलिए शिवरात्रि के दिन और पूजा में कुछ बातों का विशेष ध्यान रखना जरूरी है। ऐसा नहीं करने पर आपकी की गई पूजा पूरी तरह से व्यर्थ हो जाएगी और परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। इन सभी परेशानी से कैसे दूर रहा जाएं और इस दिन क्या नहीं करना चाहिए आपको बताने जा रहे हैं।

 

 

न करें ये काम
शिवलिंग पर पानी चढ़ाते समय काले कपड़े नहीं पहनने चाहिए। शिव जी को काले कपड़े पसंद नहीं है और इससे नकारात्मक शक्तियां आकृर्षित होती है इसलिए काले कपड़े नहीं पहनने चाहिए।

 

शंख से शिव भगवान की पूजा नहीं करनी चाहिए। पूजा के दौरान या पूजा में शंख का प्रयोग नहीं करना चाहिए।

 

पैकेट वाले दूध से कभी भी शिवलिंग का अभिषेक नहीं करना चाहिए। इसके स्थान पर खुला हुए दूध का प्रयोग करना चाहिए। अगर दूध नहीं है तो जल से शिवलिंग का अभिषेक करना चाहिए।

 

 

शिवलिंग पर बेलपत्थर के खंडित पत्ते नहीं अर्पित करने चाहिए।

 

शिवलिंग की पूजा करने के बाद कभी भी शिवलिंग की पूरी परिक्रमा नहीं करनी चाहिए। शिवलिंग पर चढ़ाया हुआ जल जिस स्थान से बाहर निकलता है उस जगह को कभी भी नहीं लांघना चाहिए। शिव लिंग की चंद्र परिक्रमा करनी चाहिए।

 

शिवलिंग पर तुलसी का पत्ता, सिंदुर, कुमकुम, नारियल और टूटे हुए चावल कभी ना चढ़ाए। इस दिन किसा पर भी क्रोध नहीं करना चाहिए।

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