ऑस्ट्रेलिया के ओपनर डेविड वॉर्नर ने पाकिस्तान के खिलाफ दूसरे टेस्ट में नाबाद तिहरा शतक लगाया। इसके बाद जब वो पवैलियन लौटे तो अपना हेलमेट और ग्लव्स दर्शक दीर्घा में मौजूद बच्चों को गिफ्ट कर दिए। इस दौरान ये बच्चे वॉर्नर के सामान को पाने के लिए जूझते भी नजर आए। ऑस्ट्रेलिया ने ब्रिसबेन में खेला गया पहला टेस्ट पारी और पांच रन से जीता था। दूसरे टेस्ट में उसने 589 पर पारी घोषित की। जवाब में दिन का खेल खत्म होने पर पाकिस्तान ने महज 96 रन पर 6 विकेट गंवा दिए थे।
एडिलेड टेस्ट में ऑस्ट्रेलियाई कप्तान टिम पैन ने 589 रन पर पारी घोषित की। वॉर्नर 335 रन पर नॉटआउट लौटे। जब वे वापस आ रहे थे उस वक्त दर्शक दीर्घा में फैन्स खड़े होकर तालियां बजा रहे थे। वॉर्नर ने बैट उठाकर सबका अभिवादन स्वीकार किया। जैसे ही वो बाउंड्री रोप्स के करीब पहुंचे। कुछ बच्चे उनको पुकारने लगे। वॉर्नर ने अपने हेलमेट में बैटिंग ग्लव्स डाले और एक बच्चे को सौंप दिए। इसके बाद वो फौरन ड्रेसिंग रूम में चले गए क्योंकि फील्डिंग के लिए तैयार होना था। इस दौरान बच्चे वॉर्नर के क्रिकेट गियर पाने के लिए उलझते भी दिखाई दिए। वॉर्नर पहले भी ऐसा कर चुके हैं।
तेजी के मामले में सहवाग सबसे आगे
वॉर्नर ने तिहरा शतक पूरा करने के लिए 389 गेंद खेलीं। वो 335 रन पर नाबाद लौटे। इस दौरान उन्होंने 418 गेंद खेलीं। इस पारी में 39 चौके और एक छक्का लगाया। उनका स्ट्राइक रेट 80.14 रहा। वैसे, टेस्ट क्रिकेट में सबसे तेज तिहरा शतक लगाने का रिकॉर्ड भारत के वीरेंद्र सहवाग के नाम दर्ज है। वीरू ने 2007-08 सीरीज के चेन्नई टेस्ट में महज 278 गेंद पर ट्रिपल सेंचुरी पूरी की थी। उस पारी में सहवाग ने कुल 319 रन बनाए थे। इसमें 42 चौके और 5 छक्के शामिल थे। स्ट्राइक रेट 104.93 था।