टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली ने श्रीलंका के खिलाफ होने वाले पहले टी 20 मैच से पहले कहा कि टॉप ऑर्डर की असफलता के बाद टीम के मध्यक्रम के बल्लेबाज दवाब में जब तक अच्छा प्रदर्शन नहीं करेंगे तब तक भारत के लिए आइसीसी टूर्नामेट में जीत हासिल करना काफी मुश्किल होगा। भारत ने आखिरी आइसीसी ट्रॉफी साल 2013 में चैंपियंस ट्रॉफी के रूप में जीता था। भारतीय टीम को हर प्रतियोगिता के लिए बड़ा दावेदार माना जाता है, लेकिन टीम ज्यादातर विराट कोहली या फिर रोहित शर्मा पर ही निर्भर रहती है। 

 

अब इस साल अगला टी 20 विश्व कप ऑस्ट्रेलिया में खेला जाता है और विराट ने टीम के साथी खिलाड़ियों से अपनी बातें शेयर की। उन्होंने कहा कि हमें टीम में ऐसे खिलाड़ी की जरूरत है तो छठे या सातवें नंबर तक आपको मैच में जीत दिलाने के लिए तैयार रहें। बल्लेबाजी लाइन अप में सिर्फ दो या तीन खिलाड़ियों पर निर्भर होना सही नही है। इससे हम आइसीसी टूर्नामेंट नहीं जीत सकते। 


विराट कोहली ने कहा कि हमारा मुख्य ध्यान खिलाड़ियों को ऐसे हालात की जानकारी देना है और उनसे इस स्थिति में निडर होकर मैच विजेता बनने की उम्मीद करना है। श्रेयस अय्यर ने अपनी वापसी के बाद से अच्छा प्रदर्शन किया है लेकिन दबाव की परिस्थितियों में उनकी परीक्षा नहीं हुई है। रिषभ पंत की हालांकि निरंतर अच्छा प्रदर्शन नहीं करने के लिये आलोचना की जाती रही है।

 

कोहली ने कहा कि अगले कुछ सीरीज ये देखने के लिये बहुत रोमांचक होंगी कि कौन दबाव भरे हालात में अच्छा प्रदर्शन करता है और जब शीर्ष क्रम में मैं या रोहित या फिर लोकेश राहुल या शिखर नहीं चलते तो वे कैसा खेल दिखाते हैं। इसी तरह से भुवनेश्वर कुमार, दीपक चाहर और मोहम्मद शमी नहीं खेल रहे हैं तो यह श्रृंखला नवदीप सैनी और शार्दुल ठाकुर के लिये आस्ट्रेलिया में टी20 विश्व कप में चयन के लिये अपना दावा पेश करने का अच्छा मौका मुहैया करायेगी। उन्होंने कहा कि विश्व कप ऑस्ट्रेलिया में होना है और वहां की परिस्थिति को देखते हुए हमें अन्य विकल्प और बैक अप तैयार रखने की आवश्यकता होगी। 

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