भारतीय पुरुष हॉकी टीम के कप्तान मनप्रीत सिंह गुरुवार को अंतरराष्ट्रीय हॉकी महासंघ यानी एफआईएच के प्लेयर ऑफ द ईयर बने। मनप्रीत 1999 में यह पुरस्कार शुरू होने के बाद इसे हासिल करने वाले पहले भारतीय हैं। मनप्रीत को सबसे ज्यादा 35.2 फीसदी वोट मिले। उन्होंने विश्व चैंपियन बेल्जियम के विक्टर वेगनेज और आर्थर वान डोरेन, ऑस्ट्रेलिया के अरान जालेवस्की और अर्जेंटीना के लुकास विला को पीछे छोड़ा। डोरेन 19.7 % के साथ दूसरे, जबकि लुकास 16.5 फीसदी वोट के साथ तीसरे स्थान पर रहे। 

 

मनप्रीत ने पिछले साल जून में ओडिशा के भुवनेश्वर में एफआईएच पुरुष हॉकी सीरीज फाइनल्स के दौरान भारत के लिए अपने 250 अंतर्राष्ट्रीय मैच पूरे किए थे। उनकी कप्तानी में भारत ने दक्षिण अफ्रीका को फाइनल में हराया था। वहीं, पिछले साल नवंबर में एफआईएच ओलिंपिक क्वालीफायर्स में रूस को हराकर टोक्यो का टिकट हासिल किया था। 

 

हम टोक्यो ओलिंपिक में अच्छा प्रदर्शन करेंगे : मनप्रीत सिंह

यह पुरस्कार जीतने पर हॉकी कप्तान ने कहा, ‘‘मैं यह पुरस्कार अपनी टीम को समर्पित करना चाहता हूं। मैं दुनिया भर में अपने प्रशंसकों और शुभचिंतकों का धन्यवाद करना चाहता हूं, जिन्होंने मेरे पक्ष में वोट किया। यह देखना बहुत सुखद है कि भारतीय हॉकी को कितना पसंद किया जाता है। मैं उम्मीद करूंगा कि यह समर्थन जारी रहे और हम इससे उत्साहित होकर टोक्यो ओलिंपिक में शानदार प्रदर्शन करें।’’

 

हॉकी इंडिया ने भी मनप्रीत को बधाई दी

हॉकी इंडिया के अध्यक्ष मोहम्मद मुश्ताक अहमद ने इस पुरस्कार के लिए मनप्रीत को बधाई दी। एफआईएच पुरस्कारों में यह भारत का तीसरा अवॉर्ड है। इससे पहले युवा मिडफील्डर विवेक सागर प्रसाद और महिला हॉकी टीम की स्ट्राइकर लालरेमसियामी को एफआईएच राइजिंग स्टार ऑफ द ईयर चुना गया था।

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