अजय देवगन ने 1991 में अपने एक्टिंग कॅरिअर की शुरुआत की थी। इसके 11 साल बाद वे पहली बार 2002 में रिलीज हुई फिल्म 'दीवानगी' में विलन के रोल में नजर आए थे। उन्होंने अपने कॅरिअर का पहला नेगेटिव रोल इतनी शिद्दत से निभाया था कि इस फिल्म के लिए उन्हें 'फिल्मफेयर बेस्ट विलन अवॉर्ड' मिला। अब सुनने में आया है कि वे इस फिल्म का सीक्वल बनाने की तैयारी कर रहे हैं। खुद डायरेक्टर अनीस बज्मी ने इसकी पुष्टि की है।

 

 

ज्यादा खतरनाक होगा किरदार : अनीस ने कहा- 'दीवानगी' का सीक्वल तो मैं काफी दिनों से लिख रहा हूं। वह मेरे कॅरिअर की सबसे बेहतरीन फिल्मों में से एक है। अजय भी इसका सीक्वल चाहते हैं। इसके अगले पार्ट में भी हम स्पिलिट पर्सनलिटी को ही थीम में रखेंगे क्योंकि इसके पहले पार्ट में एंड हमने क्लोज नहीं किया था। ऐसे में वह किरदार आज के दौर में और भी ज्यादा खतरनाक हो चुका है। एक बार इसकी कहानी लॉक हो जाए उसके बाद यह तय होगा कि अजय के अलावा पिछले पार्ट से और कौन से कलाकारों की वापसी होगी। यकीनन हम अक्षय खन्ना और उर्मिला मातोंडकर संग भी काम करना चाहेंगे, जो पहले पार्ट में थे।"

 

 

 

इसलिए अजय कर रहे यह फिल्म : हाल के बरसों में अजय ने ज्यादातर कॉमिक और पॉजिटिव रोल ही किए हैं। अब उनके करीबियों ने बताया कि वे एक बार फिर विलन का रोल करना चाहते हैं। इसके लिए उन्होंने 'दीवानगी' का प्लॉट चुना है। इस बाबत हाल ही में उन्होंने हैदराबाद में डायरेक्टर से मुलाकात भी की। उस प्रोजेक्ट को भी फिर से खड़ा करने की बात की।

 

 

ऐसी थी फर्स्ट पार्ट की कहानी : इसमें अजय ने स्पिलिट पर्सनालिटी के शिकार शख्स का रोल प्ले किया था। वे इसमें 2 किरदार में नजर आए। जहां रंजीत बनकर वे एकतरफा आशिकी में अपनी गर्लफ्रेंड से बुरा सलूक करने वालों की हत्या करते हैं वहीं तरंग बनकर एक भोले इंसान होने का नाटक कर के कानून को झांसा देते हैं। अजय का यह रोल तब काफी चर्चित रहा था क्योंकि यह पहली बार था जब वे ग्रे शेड रोल में नजर आए थे। इस फिल्म के दो साल बाद रिलीज हुई 'खाकी' में वे पहली बार विशुद्ध विलेन के रोल में नजर आए थे।

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