शादी के बाद कहा जाता है कि हम एक हो गए, लेकिन यह नहीं कहा जाता कि हम बराबर हो गए। उक्त बातें दिल्ली विश्वविद्यालय के मिरांडा हाउस में फिल्म अभिनेत्री तापसी पन्नू ने कही। तापसी कॉलेज के पॉलिसी सेंटर एंड जेंडर लैब द्वारा आयोजित कार्यक्रम ‘एग्जिस्टेंश विथ डिग्निटी इज इक्वल टू एम्पावरमेंट’ विषय पर अपनी बात रख रही थीं।

 

मिरांडा हाउस कॉलेज की छात्राओं से तापसी ने मंगलवार को कहा कि जो आपका सम्मान नहीं करता वह आपसे प्रेम नहीं कर सकता।  बिना सम्मान के लंबे समय तक प्रेम नहीं कायम रह सकता। उन्होंने कहा कि औरतों को देवी बनाकर रख दिया गया है। उन्होंने कहा कि हर जगह असमानता है। एक पुरुष कलाकार के मेहनताने के बराबर महिला प्रधान फिल्म का पूरा बजट है, जबकि हम समान रूप से काम करते हैं। एक छात्रा के सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि पति पत्नी का संबंध समान है, कोई रेल या बस की सीट नहीं कि एडजस्ट कर लें। 

 

वहीं, कॉलेज प्रिंसिपल डॉ. विजयलक्ष्मी नंदा ने कहा कि आज समाज में घरेलू हिंसा एक महत्वपूर्ण विषय है। इसके प्रति सबको संवेदनशील होने की आवश्यकता है। कॉलेज अपने स्तर पर लैंगिक समानता और घरेलू हिंसा के प्रति जागरूकता के लिए प्रयास कर रहा है। 

 

फिल्म मुफ्त दिखाएंगे

मिरांडा हाउस में जेंडर लैब की प्रमुख डॉ. हेना सिंह ने बताया कि कॉलेज लैंगिक समानता को लेकर गंभीर है। कॉलेज की छात्राओं के अलावा स्कूली छात्र छात्राओं को पैडमैन मुफ्त में दिखाई गई थी। इस बार हम शुक्रवार को कॉलेज की छात्राओं के अलावा छह गांवों की महिलाओं को लैंगिक समानता को लेकर बनी फिल्म थप्पड़ दिखाएंगे। प्रत्येक गांव से 25-25 महिला पुरुषों को आमंत्रित किया गया है।

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