बॉलीवुड एक्टर जॉन अब्राहम की अपकमिंग फिल्म 'बाटला हाउस' मुसीबतों में फंसती नजर आ रही है। दरअसल, दिल्ली हाई कोर्ट में इस फिल्म पर रोक लगाने की याचिका दार की गई है। याचिकाकर्ता के मुताबिक, इस मुठभेड़ का केस फिलहाल कोर्ट में लंबित है और अगर फिल्म रिलीज होती है तो इसका असर सुनवाई पर पड़ सकता है। मुठभेड़ के दो आरोपियों ने ही फिल्म पर रोक को लेकर याचिका दायर की है।



दलील में कहा गया है कि फिल्म के पोस्टर और प्रमोशन वीडियो इस बात का दावा कर रहे है कि फिल्म में घटनाओं का सीक्वेंस सच्ची घटनाओं से प्रेरित है, जिससे यह धारणा बनी है कि फिल्म बाटला हाउस में मुठभेड़ में सच्ची घटनाओं को दर्शाया गया है। बाटला हाउस एनकाउंटर मामले के दोनों आरोपियों अरिज खान और शहजाद अहमद के जरिए दायर की गई इस याचिका पर अगले सप्ताह सुनवाई हो सकती है। याचिका में सरकार से अपील की गई है कि वो फिल्म बाटला हाउस की प्री-स्क्रीनिंग करने के लिए निर्देश दें। शहजाद को निचली अदालत से उम्रकैद की सजा हो चुकी है। उसने इस फैसले को हाईकोर्ट में चुनौती दे रखी है।



इस मामले की सुनवाई कर रहे जज विभू बाखरू के पास यह अर्जी सुनवाई के लिए आई। केस पर सुनवाई शुरू करने से पहले उन्होंने कोर्ट में फिल्म की स्क्रीनिंग कराने के आदेश दिए। बाटला हाउस मुठभेड़ 19 सितंबर, 2008 को हुई थी। ये फिल्म उसी पर आधारित है। ये 15 अगस्त को रिलीज होने वाली है।



फिल्म रिलीज से पहले दिल्ली में खास उप-राष्ट्रपति वैंकया नायडू के लिए फिल्म की स्पेशल स्क्रीनिंग रखी गई। इस दौरान डायरेक्टर निखिल आडवाणी, लीड एक्टर जॉन अब्राहम, मृणाल ठाकुर और कुछ अन्य टीम मेंम्बर यहां मौजूद रहे। नायडू ने फिल्म कास्ट के साथ फोटो ट्विटर पर शेयर की। 



साथ ही जॉन ने ट्विटर पर नायडू को धन्यावाद कहा। जॉन ने ट्वीट किया- 'माननीय उप राष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू को अपना काम दिखाना हमारे लिए एक सम्मान है. मैं यह देखना चाहता हूं कि वह हमारी फिल्म पर कैसी प्रतिक्रिया देते हैं। मैं उन्हें यह मौका देने के लिए धन्यवाद देता हूं। उनसे मिलने और उनसे बातचीत करने का इंतजार कर रहा हूं।'


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