'कौन बनेगा करोड़पति 11' लगातार सुर्खियों में बना हुआ है। एक तरफ जहां अमिताभ बच्चन शो को दर्शकों के लिए खूब एंटरटेनमेंट से भरपूर बना रहे हैं तो वहीं दूसरी ओर कर्मवीर एपिसोड्स भी दर्शकों को काफी पसंद आ रहा है। आज के कर्मवीर एपिसोड में इस बार समाज सेविका सुनीता कृष्णन मेहमान बनेंगी। ऐसे में इस पैकेज में जानते हैं सुनीता कृष्णन के बारे में....



कौन हैं सुनीता कृष्णन
सुनीता कृष्णन एक समाज सेविका हैं, जिनका जन्म 1972 में हुआ था। सुनीता को बचपन से ही समाज सेवा करना पसंद था। बचपन से ही वो उनके घर के पास स्थित गरीब बच्चों की मदद करती थी। महज 12 वर्ष की उम्र में सुनीता ने झुग्गियों में रहने वाले बच्चों के लिए स्कूल चलाना शुरू कर दिया था। हाल फिलहाल में वो एनजीओ प्रज्जवला की मुख्य अधिकारी और सह-संस्थापक भी हैं। वो यौन तस्करी की शिकार महिलाओं-लड़कियों के बचाव और उनके पुनर्वास के लिए काम करती हैं। बता दें कि सुनीता कृष्णन ने 22 हजार से ज्यादा महिला और बच्चियों को यौन तस्करी से मुक्त करवाया है।



शो का प्रोमो हो रहा है वायरल
दरअसल सोनी टीवी के आधिकारिक इंस्टाग्राम अकाउंट से केबीसी 11 का प्रोमो वीडियो शेयर किया गया है। इस वीडियो में सुनीता अपने बारे में बताती नजर आ रही है। ऐसे में सुनीता एक ऐसी बात बताती हैं जिसे सुनकर हर कोई ठहर सा जाता है। सुनीता कहती हैं कि जब वह सिर्फ 15 साल की थीं तो उनके साथ 8 लोगों ने बालात्कार किया था। इसके साथ ही सुनीता बताती हैं कि उन्हें बुरी तरह पीटा भी गया था। इससे उनका एक कान खराब हो गया और उन्हें कम सुनाई देने लगा। लेकिन सुनीता ने हार नहीं मानी और समाज सेवा का काम जारी रखा। 



17 बार हो चुका है जानलेवा हमला
केबीसी के प्रोमो में सुनीता बताती नजर आ रही हैं कि उनपर 17 बार जानलेवा हमला हो चुका है। सुनीता कहती हैं- 'जब तक मेरी सांस है..तब तक दूसरी लड़कियां जो इस तरह से पीड़ित वेश्यालयों में हैं, उनके लिए मैं अपनी जिंदगी को कमिट करूंगी।' सुनीता आगे बताती हैं कि उन पर ऑटो रिक्शा में हमला हो चुका है, एसिड फेंका जा चुका है, जहर खिलाने की भी कोशिश की गई है, लेकिन उन्होंने कभी भी हार नहीं मानी और हर बार बाल बाल बची हैं।



सुनीता को मिले हैं कई सम्मान
गौरतलब है कि सुनीता को साल 2016 में देश के सर्वोच्च चौथे सम्मान पद्मश्री से सम्मानित किया जा चुका है। इसके साथह ही सुनीत को मदर टेरेसा अवॉर्ड भी मिल चुक है। इसके साथ ही सुनीता का नाम लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में भी दर्ज है। 

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