नयी दिल्‍ली। भारत से बाहर स्विस बैंक में किस भारतीय के खाते हैं। इसकी जानकारी आज ( रविवार) से सरकार को मिलनी शुरू हो जाएगी। भारत और स्विटजरलैंड समझौते के तहत एक-दूसरे के साथ बैंकिंग सूचनाओं का आदान-प्रदान करेंगे। इससे कालेधन का पता चलने की भी संभावना है।


केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) ने कालेधन से लड़ाई के खिलाफ इस कदम को अहम करार दिया है। बोर्ड ने कहा कि सितंबर से स्विस बैंक से जुड़ी गोपनीयता का दौर समाप्त हो जाएगा और खातों की जानकारी आयकर विभाग को मिलने लगेगी।


स्विट्जरलैंड में भारतीय नागरिकों के 2018 में बंद किए खातों की भी जानकारी मिल जाएगी।


मालूम हो कि बीते जून में लोकसभा में वित्त पर स्टैंडिंग कमेटी की पेश की गई रिपोर्ट में 1980 से साल 2010 के बीच भारतीयों के जरिए लगभग 17,25,300 करोड़ रुपये से लेकर 34,30,000 करोड़ रुपये के बीच काला धन बाहर भेजने की बात सामने आई थी।


इसी साल जून में स्विस सरकार ने विदेशी बैंकों में कालाधन रखने वाले 50 भारतीय कारोबारियों के नाम उजागर किए थे। स्विस अधिकारियों ने उन्हें अपना पक्ष रखने के लिए नोटिस भेजा था। इनमें ज्यादातर कोलकाता, मुंबई, गुजरात और बेंगलुरु के थे। 


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