हैदराबाद।  अबतक हैदराबाद गैंगरेप और मर्डर पर चुप्पी के कारण आलोचना झेल रहे तेलंगाना के सीएम के चंद्रशेखर राव ने आज चुप्पी तोड़ते हुए इस मामले की जांच के आदेश दिए हैं। सीएम ने मर्डर केस के दोषियों को सख्त सजा दिलाने के लिए फास्ट ट्रैक कोर्ट बनाने का भी आदेश दिया। सीएम ने कहा कि मामेल की जांच जल्द से पूरी की जाएगी। बता दें कि चार दिन पहले एक महिला डॉक्टर के साथ गैंगरेप करके उनकी हत्या कर दी गई थी।

 

मुख्यमंत्री ने मामले की त्वरित सुनवाई के लिए फास्ट ट्रैक कोर्ट स्थापित करने का निर्णय लिया है। उन्होंने अधिकारियों से इससे संबंधित प्रक्रिया शुरू करने को कहा। उन्होंने बताया कि पिछले दिनों वरंगल में एक 9 महीने की बच्ची की रेप के बाद हत्या के मामले में फास्ट ट्रैक कोर्ट स्थापित करने से घटना के सिर्फ 56 दिन में सुनवाई पूरी होकर फैसला सुनाया गया था। उसी तरह इस मामले में भी जल्द फैसला आने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि प्रियंका रेड्डी के परिवार को हर संभव सहायता प्रदान करने के लिए उनकी सरकार तैयार है।

 

आपको बता दें बुधवार की रात प्रियंका रेड्डी की हत्या हुई थी और गुरुवार सुबह से इस घटना को लेकर तेलंगाना ही नहीं बल्की पूरे देश की मीडिया में यह खबर प्रसारित होनी शुरू हो गई और रविवार शाम तक लगभग सभी अखबार और न्यूज चैनलों पर खबर प्रसारित होती रही और घटना के विरोध में देशभर में कैंडिल मार्च और प्रदर्शन होते रहे। इसके बावजूद राज्य के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने इस घटना को लेकर कोई प्रतिक्रिया व्यक्त नहीं की। इस बीच, राज्यपाल तमिलीसाई सुंदरराजन ने शनिवार को प्रियंका रेड्डी के घर जाकर उनके परिजनों से भेंट कर उन्हें इस मामले में जल्द से जल्द न्याय दिलाने का भरोसा दिया था।

 

इस बीच, केंद्रीय मंत्री बाल्यन ने भी रविवार को शमशाबाद स्थित प्रियंका रेड्डी के घर गए और उनके परिजनों से भेंट कर उनके साथ न्याय करने का आश्वासन दिया।

 

दूसरी तरफ, प्रियंका रेड्डी हत्याकांड को लेकर सीएम केसीआर की चुप्पी को लेकर लोगों में खासी नाराजगी होती दिखी। लोगों का कहना था कि एक महिला डॉक्टर की गैंगरेप और हत्या को लेकर मुख्यमंत्री गंभीर नहीं है।

 

इसके अलावा सरकार के एक-दो मंत्रियों को छोड़कर कोई और प्रियंका रेड्डी के घर नहीं गए और पीड़ित परिवार से नहीं मिलने की खबर है। तेलंगाना कांग्रेस पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष ए. रेवंत रेड्डी सहित अन्य दलों के नेताओं ने प्रियंका रेड्डी के परिजनों से भेंट कर उन्हें न्याय दिलाने का आश्वासन दिया था।

 

मुख्यमंत्री ने आरटीसी कर्मचारियों के साथ बैठक के दौरान प्रियंका रेड्डी की घटना का जिक्र कर चिंता प्रकट करते हुए इसे अमानीवय कार्रवाई करार दिया। उन्होंने कहा कि हमारी बेटियों की रक्षा करने की जिम्मेदारी हमसब लोगों पर है। उन्होंने अधिकारियों को आरटीसी में महिला कर्मचारियों को रात्रि 8 बजे के भीतर ड्यूटी खत्म हो सके, इसकी व्यवस्था करने का आदेश दिया।

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