मंगलुरु(कर्नाटक)। विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने आंध्र प्रदेश और तेलंगाना सरकार को हिंदू विरोधी बताते हुए देश भर में आंदोलन करने का ऐलान किया है। यहां चल रही केंद्रीय प्रबंध समिति एवं बोर्ड ऑफ ट्रस्टीज की तीन दिवसीय बैठक के समापन पर यह प्रस्ताव पारित किया गया। बैठक में कहा गया कि आंध्र प्रदेश व तेलंगाना की सरकारें मुस्लिम और इसाई तुष्टीकरण में जुटकर हिंदूओं के साथ भेदभाव कर रही हैं। दोनों सरकारें हिंदू मंदिरों के अधिग्रहण का प्रयास कर रहीं हैं। हिंदू देवी देवताओं में श्रद्धा न करने वाले गैर हिंदू प्रशासकों की मंदिर के प्रबंधन में नियुक्ति कर रहीं हैं।

 

विहिप ने आरोप लगाया कि हिंदुओं के टैक्स को मौलवियों और पादरियों के वेतन में खर्च किया जा रहा है, वहीं हिंदू तीर्थयात्रियों से अधिक किराए की वसूली हो रही। तिरुमला तिरुपति मंदिरों की नियमावली का पालन नहीं हो रहा है। बिना शपथ के ही दूसरे मतों के लोगों को मंदिर में दाखिल कराकर पवित्रता भंग की जा रही है।

 

राष्ट्रव्यापी आंदोलन चलाया जाएगा

विश्व हिंदू परिषद ने कहा कि आंध्र व तेलंगाना में इन साजिशों के खिलाफ राष्ट्रव्यापी आंदोलन चलाया जाएगा। आंदोलन के पहले चरण में देश के जिला मुख्यालयों पर प्रदर्शन कर राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारियों को संगठन पदाधिकारी देंगे। इसके बाद आंध्र व तेलंगाना में धरना-प्रदर्शन होगा।

 

हर गांव में मनेगा रामोत्सव

विहिप ने अयोध्या में राम मंदिर को लेकर आए सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर देश भर में उत्सव मनाने का फैसला लिया है। विहिप की इस बैठक में कहा गया कि राम मंदिर पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला सत्य की जीत है। इसके लिए गांव-गांव रामोत्सव का आयोजन होगा। चर ब्यूरो राजन की गतिविधि पर कड़ी नजर रखे हुए है। तिहाड़ प्रशासन और खुफिया एजेंसियां समय-समय पर राजन की सुरक्षा की समीक्षा भी कर रही हैं।

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