19 साल की युवती ने आरोप लगाया था कि होटल में 12 लड़कों ने उसके साथ रेप किया. साइप्रस के इस मामले में स्थानीय अदालत के जज मिशेलिस एन्ड्रिस ने युवती को झूठे आरोप लगाने का दोषी करार दिया. दोषी करार दिए जाने के बाद युवती को एक साल तक की सजा हो सकती है. लेकिन इस फैसले पर ब्रिटिश युवती की मां ने सवाल उठाए हैं और कहा है कि जज ने बदला लेने की भावना से फैसला दिया. 

 

 

युवती की मां ने कहा है कि फैसले के खिलाफ अपील करने में वह अपनी बेटी की मदद करेंगी. वहीं, गार्डियन की रिपोर्ट के मुताबिक, युवती की साइक्लॉजिस्ट ने कहा है कि जज ने मामले की सुनवाई के दौरान पीड़िता के पोस्ट ट्रॉमैटिक स्ट्रेस डिसऑर्डर पर विचार नहीं किया.

 

 

ब्रिटिश युवती ने कहा था कि जुलाई में वह छुट्टियां मनाने के लिए साइप्रस गई थी. इसी दौरान 12 इजरायली युवकों ने उनके साथ रेप किया.

 

 

इससे पहले युवती ने कहा कि साइप्रस पुलिस ने उसे यह स्वीकार करने के लिए मजबूर किया था कि उसने इस घटना के बारे में झूठ बोला है.

 

 

मामले के खुलासे के बाद 12 आरोपी लड़कों को पुलिस ने गिरफ्तार किया था, लेकिन बाद में उन्हें छोड़ दिया गया. इसके बाद युवती को झूठ बोलने के आरोप में साइप्रस पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था. वहीं, युवती के वकीलों ने ये भी संकेत दिए हैं कि वे मामले के संबंध में यूरोपीय मानवाधिकार न्यायालय में अपील कर सकते हैं.

 

 

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