देश की चर्चित कैब सर्विस कंपनी ओला लगातार चर्चा में बनी रहती है. शुक्रवार को ट्विटर पर एकाएक #BoycottOla ट्रेंड करने लगा. एक ट्विटर यूजर ने आरोप लगाया कि कैब ड्राइवर ने उनकी बातचीत पर टिप्पणी की और मोदी सरकार की आलोचना करने पर दुर्व्यवहार किया. शिकायत के बाद जब ओला ने ड्राइवर पर एक्शन लिया तो लोगों ने ओला को ही बायकॉट करने की मुहिम छेड़ दी.

 

 

पूरा मामला क्या है?

ट्विटर पर एक यूजर कनव शर्मा ने शुक्रवार को ट्वीट कर अपने अनुभव को साझा किया. कनव शर्मा ने लिखा कि कल ओला में सफर करने के दौरान ड्राइवर ने उनकी बातें सुनी और जवाब दिया कि अर्थव्यवस्था के लिए मोदी सरकार कैसे जिम्मेदार है, ये पूरी तरह से कांग्रेस की गलती है.’

 

 

कनव शर्मा के अनुसार, ड्राइवर ने उन्हें कहा कि कांग्रेस ने JNU बनाया, जहां पर टुकड़े वाले नारे लगाए जाते हैं. इसके अलावा जवाहर लाल नेहरू का दादा मुस्लिम था. कनव शर्मा के मुताबिक, जब उन्होंने ड्राइवर से तथ्य जांचने को कहा तो जवाब में उसने उन्हें ही एंटी नेशनल गैंग का सदस्य बता दिया जो सरकार की आलोचना कर रहे हैं.

 

 


इस पूरी बातचीत की कनव शर्मा ने ओला से शिकायत की तो ओला ने ड्राइवर पर एक्शन लेने की बात कही. और भविष्य में ऐसा दोबारा ना होने का आश्वासन दिया.

 

 


ट्विटर पर फूटा लोगों का गुस्सा

इस पूरे विवाद के बाद लोगों का गुस्सा ओला पर फूट पड़ा. ट्विटर पर  #BoycottOla ट्रेंड हुआ और लोगों की ओर से ओला के ऐप को डिलीट करने की अपील की गई. ट्विटर पर यूजर्स की ओर से दावा किया जा रहा है कि ड्राइवर को नौकरी से निकाल दिया गया है.

 

 

 

कनव शर्मा कौन हैं?

ड्राइवर के व्यवहार को लेकर शिकायत करने वाले कनव शर्मा एक मैनेजमेंट कंस्लटेंट हैं. ट्विटर पर दी गई जानकारी के अनुसार वो AT Kearney नाम की कंपनी में काम करते हैं. उन्होंने अपनी लोकेशन जम्मू और दिल्ली लिखी है.

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