नयी दिल्ली। दिल्ली के चुनावी रण में राजनीतिक पार्टियों की नियम तोड़ सियासत का खेल जारी है। मतदान के लिए अभी 10 दिन शेष हैं और इन पार्टियों के खिलाफ लगातार कार्रवाई की जा रही है। अभी तक आचार संहिता का उल्लंघन करने में आम आदमी पार्टी सबसे आगे है। दूसरे की संपत्ति पर अपने विज्ञापन चस्पा कर प्रचार करने वाली इस पार्टी पर दिल्ली मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय भी कई केस दर्ज करा चुका है। वहीं भड़काऊ भाषण देने के मामले में भाजपा शीर्ष पर है। भाजपा नेताओं की तीखी बयानबाजी पूरे देश की सुर्खियों में है। 

यही वजह है कि भाजपा नेताओं पर सबसे ज्यादा पहरा लगाना पड़ रहा है। इसी खेल में कांग्रेस भी पीछे नहीं है। आचार संहिता का उल्लंघन करने में आप के बाद दूसरा स्थान कांग्रेस का है। दिल्ली मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय के अनुसार, आचार संहिता के उल्लंघन में अब तक आम आदमी पार्टी के खिलाफ 17 केस दर्ज किए जा चुके हैं, जबकि चार डीडी एंट्री भी दिल्ली पुलिस ने आप पर दर्ज की हैं। 


बीते 6 जनवरी से दिल्ली में आचार संहिता लागू है और अब तक विभिन्न इलाकों में टीमों द्वारा दौरा किया जा रहा है। आप के बाद दूसरे स्थान पर कांग्रेस है। आचार संहिता का उल्लंघन करने पर कांग्रेस के खिलाफ दिल्ली पुलिस ने छह केस दर्ज किए हैं, जबकि चार डीडी एंट्री भी पुलिस ने कांग्रेस पर दर्ज की हैं। 

हालांकि आचार संहिता की धज्जियां उड़ाने पर कानूनी कार्रवाई में भाजपा भी पीछे नहीं है। दिल्ली पुलिस ने भाजपा के खिलाफ चार केस और एक डीडी एंट्री की है।

इसके अलावा पिछले सप्ताह भर में भड़काऊ भाषण की वजह से भाजपा के तीन बड़े चेहरों पर चुनाव आयोग की नजरें टिक गई हैं। इनमें से एक मॉडल टाउन से प्रत्याशी कपिल मिश्रा के खिलाफ 48 घंटे का प्रतिबंध लगाया जा चुका है, जबकि भाजपा के ही केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर और सांसद प्रवेश वर्मा को स्टार प्रचारक की सूची से बाहर निकालने का आदेश भी जारी हो चुका है, बावजूद इसके भाजपा नेताओं की तीखी बयानबाजी जारी है।

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