मुजफ्फरपुर। बिहार के मुजफ्फरपुर में दिमागी बुखार की चपेट में आने से अब तक 66 बच्चों की मौत हो चुकी है। श्रीकृष्ण मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में 55 और केजरीवाल अस्पताल में 11 की मौत हुई है। वहीं राज्य सरकार ने घोषणा की है कि वह बच्चों के लिए एक नया 100 बिस्तर वाला वार्ड खोलेगी, और सरकार द्वारा संचालित श्री कृष्णा मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (SKMCH) के लिए 6 अतिरिक्त एम्बुलेंस तैनात की जाएंगी।

मुजफ्फरपुर के जिला मजिस्ट्रेट ने न्यूज एजेंसी ANI को बताया कि कक्षा 8 तक के छात्रों के लिए स्कूल 22 जून तक बंद रहेंगे और बाकी छात्रों के लिए कक्षाएं केवल सुबह 10.30 बजे तक आयोजित की जाएंगी।

एन्सेफलाइटिस एक वायरल बीमारी है जिसमें तेज बुखार के साथ ऐंठन और सिरदर्द होता है। उत्तरी बिहार में इसे चमकी बुखार के नाम से जाना जाता है। 

इससे पहले बुधवार को डॉ. अरुण सिन्हा के नेतृत्व में डॉक्टरों की चार सदस्यीय टीम ने एसकेएमसीएच का दौरा किया था, जहां एईएस (Acute Encephalitis Syndrome) के लक्षण वाले बच्चों को भर्ती कराया गया था। टीम ने तब स्थानीय चिकित्सा विशेषज्ञों और डॉक्टरों को दिशा-निर्देश और सुझाव जारी किए थे। 

सरकार ने पहले कहा है कि बीमार बच्चों में से अधिकांश हाइपोग्लाइसीमिया (रक्त में चीनी की कमी) से ग्रसित हैं। 

राज्य के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने शुक्रवार को एसकेएमसीएच का दौरा किया। उन्होंने डॉक्टरों और जिला अधिकारियों के साथ बैठकें कीं, और मेडिकल कॉलेज में चल रहे बच्चों के इलाज के बारे में जाना। पांडे इससे पहले मुजफ्फरपुर में बच्चों की मौत पर चर्चा करने के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन और अन्य अधिकारियों से मिलने दिल्ली आए थे।






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