भारत ने गुरुवार को पाकिस्तान का दावा खारिज कर दिया। इसमें कहा गया था कि भारत, इमरान सरकार के साथ बातचीत शुरू करने के लिए राजी है। भारत का कहना है कि आतंकमुक्त माहौल बनने से पहले पाकिस्तान से किसी भी तरह की बातचीत नहीं की जाएगी। पुलवामा हमले (14 फरवरी) के बाद से दोनों देशों के बीच तनाव है। हाल ही में शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) की बैठक में भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इमरान खान को कोई तवज्जो नहीं दी।



विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा- राजनयिक प्रक्रिया के तहत प्रधानमंत्री और विदेश मंत्रालय ने पाकिस्तान से मिले बधाई संदेशों का जवाब दिया था। इसमें कहा गया था कि भारत अपने सभी पड़ोसी मुल्कों के साथ सामान्य और सहयोगात्मक रिश्ते चाहता है। इनमें पाकिस्तान भी शामिल है।



दरअसल, पाक मीडिया में राजनयिक सूत्रों के हवाले से खबर आई थी कि मोदी और विदेश मंत्री एस जयशंकर ने पाक से मिले बधाई संदेशों के जवाब में उससे बातचीत बहाल करने की इच्छा जताई है।



कुमार ने कहा- प्रधानमंत्री ने पाकिस्तान को भेजे संदेश में इस बात पर जोर दिया था कि आतंक और हिंसा से मुक्त भरोसे लायक माहौल बनाए जाने की जरूरत है। जयशंकर ने भी हिंसा रहित वातावरण विकसित करने की जरूरत बताई थी।



फरवरी में जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे। इसके बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव है। इस हमले की जिम्मेदारी पाक में स्थित आतंकी समूह जैश-ए-मोहम्मद ने ली थी। इसके बाद दुनियाभर से भारत को आतंक के खिलाफ कार्रवाई में समर्थन मिला, जबकि पाक अलग-थलग पड़ गया।




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