श्रीलंका में सीरियल बम धमाकों की जिम्मेदारी लेने वाले आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) की नजर अब भारत पर है। तमिलनाडु के कोयंबटूर में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने 12 जून को आईएस समर्थक चार संदिग्धों को गिरफ्तार किया था। सूत्रों के मुताबिक, आईएस के आतंकी कई मंदिरों और चर्चों में फिदायीन हमले की साजिश रच रहे हैं। ये सभी उसी साजिश में शामिल थे।



भारतीय खुफिया विभाग ने पत्र लिखकर चेतावनी दी

राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने श्रीलंका से मिले इनपुट के बाद 12 जून को कोयंबटूर में सात जगहों पर छापेमारी की थी। इस दौरान एनआईए ने चार लोगों को गिरफ्तार किया था। इनमें श्रीलंका धमाकों का मुख्य आरोपी जहरान हाशिम का फेसबुक दोस्त मोहम्मद अजरुदीन भी शामिल है। अन्य संदिग्धों में शाहजहां, मोहम्मद हुसैन और शेख सैफुल्लाह हैं।


खुफिया विभाग ने केरल पुलिस प्रशासन को पत्र के जरिए चेतावनी दी है। सूत्रों के मुताबिक, पत्र में कहा गया है कि आईएस को सीरिया और ईराक में काफी नुकसान हुआ है, इसलिए आईएस अब हिंद महासागर क्षेत्र की ओर बढ़ रहा है।



पत्र में यह भी कहा गया है कि आईएस ने अब अपने समर्थकों से अपने-अपने देश में रहकर ही सक्रिय रहने और मंसूबों को अंजाम देने को कहा है। कोच्चि और कोयंबटूर के कई महत्वपूर्ण इलाके आईएस के निशाने पर हैं।



पुलिस सूत्रों के मुताबिक, पिछले कुछ सालों में केरल के कम से कम 100 लोग आईएस में शामिल हो चुके हैं। पुलिस राज्य में 3000 से ज्यादा संदिग्धों पर नजर बनाए हुए है। इनमें ज्यादातर संदिग्ध उत्तरी इलाके से हैं।



श्रीलंका में 21 अप्रैल को ईस्टर के दिन चर्चों और होटलों में 8 सीरियल बम धमाके हुए थे। 11 भारतीय समेत 258 लोगों की मौत हुई थी। भारतीय खुफिया विभाग ने श्रीलंका को 15 दिन पहले ही अलर्ट भेज दिया था।


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