नयी दिल्ली। 1 जुलाई यानी आज से नए महीने की शुरुआत हो गई है। महीने के पहले दिन से ही कई नियम बदल गए हैं। इस दिन से जहां करोड़ों कर्मचारियों की टेक होम सैलरी बढ़ जाएगी, वहीं सेविंग्‍स स्‍कीम में पैसा लगाने वाले लोगों को नुकसान होगा। इसके अलावा ऑनलाइन ट्रांजेक्‍शन या होम लोन लेने वाले ग्राहकों के लिए भी जरूरी बदलाव हुए हैं। आइए जानते हैं ऐसे ही 5 बड़े बदलाव के बारे में।

कर्मचारियों की टेक होम सैलरी में इजाफा

1 जुलाई यानी आज से करीब 3.6 करोड़ कर्मचारियों की टेक होम सैलरी बढ़ जाएगी। दरअसल, केंद्र सरकार ने कर्मचारी राज्य बीमा निगम (ESI) के स्वास्थ्य बीमा कार्यक्रम में नियोक्ता (संस्‍था या कंपनी) और कर्मचारियों के कुल अंशदान को 6.5 फीसदी से घटाकर 4 फीसदी कर दिया है। पहले नियोक्ता यानी कंपनी का अंशदान 4.75 फीसदी का होता था जो अब 3.25 फीसदी हो जाएगा।

इसी तरह कर्मचारी का अंशदान 1.75 फीसदी से घटाकर 0.75 फीसदी करने का फैसला लिया गया है। सरकार के इस फैसले से 12.85 लाख नियोक्ताओं या कंपनियों को करीब 5,000 करोड़ रुपये की बचत होगी। इससे जहां कंपनियों की देनदारी घटेगी, वहीं कर्मचारियों की टेक होम सैलरी में इजाफा होगा।

होम लोन में बदलाव

 1 जुलाई यानी आज से स्‍टेट बैंक ऑफ इंडिया के होम लोन को रेपो रेट से जुड़े होम लोन ऑफर किए जाएंगे। इसका मतलब यह हुआ कि एसबीआई की होम लोन की ब्याज दर पूरी तरह रेपो रेट पर आधारित हो जाएगी। आसान भाषा में समझें तो रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया जितनी बार रेपो रेट में बदलाव करेगा उतनी बार होम लोन के ब्‍याज दरों में भी बदलाव होगा। बता दें कि आरबीआई साल में 6 बार मौद्रिक समीक्षा की बैठक करता है और इन बैठकों में रेपो रेट को घटाने या बढ़ाने को लेकर विचार होता है।

ऑनलाइन ट्रांजेक्‍शन को लेकर राहत 

1 जुलाई यानी आज से ऑनलाइन ट्रांजेक्‍शन करने वालों को राहत मिलेगी। दरअसल, रीयल-टाइम ग्रॉस सेटलमेंट (आरटीजीएस) और नेशनल इलेक्ट्रॉनिक फंड ट्रांसफर (एनईएफटी) के जरिए ट्रांजेक्‍शन पर अब किसी भी तरह का चार्ज नहीं लगेगा। बता दें कि आरटीजीएस प्रणाली का इस्तेमाल बड़ी राशि के लेनदेन के लिए उपयोग किया जाता है। वहीं एनईएफटी प्रणाली का उपयोग 2 लाख रुपये तक की राशि के लेनदेन के लिए होता है। एसबीआई एनईएफटी के जरिये धन भेजने पर 1 से 5 रुपये और आरटीजीएस पर पांच से 50 रुपये तक का शुल्क वसूलता है।

स्‍मॉल सेविंग स्‍कीम पर झटका

 1 जुलाई यानी आज से नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट (NSC) और पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) समेत अन्य छोटी बचत पर सरकार ने जुलाई-सितंबर तिमाही के लिए ब्याज दर 0.10 फीसदी कम कर दी है। इस कटौती के बाद अब PPF और NSC पर वार्षिक ब्याज दर 7.9 फीसदी होगी जो अभी तक 8 फीसदी थी। जबकि सुकन्या समृद्धि खाते पर अब 8.4 फीसदी ब्याज मिलेगा।

BSBD अकाउंट नियम भी बदलेंगे

1 जुलाई यानी आज से बेसिक सेविंग बैंक अकाउंट (BSBD अकाउंट) को लेकर नियम बदल गए हैं। BSBD का मतलब ऐसे खातों से है, जिसे शून्य राशि से खोला जा सकता है।

नए नियम के तहत सरकारी स्कीम का पैसा चेक से निकालना चाहते हैं तो इसके लिए कोई चार्ज नहीं भरना होगा। सरकारी रकम की चेक से निकासी और जमा पर कोई चार्ज नहीं लगेगा।  इसके अलावा कैश डिपॉजिट फ्री में होगा। वहीं ऑनलाइन बैंकिंग की मदद से पैसा भेजने और मंगाने पर किसी तरह का चार्ज नहीं लगेगा।






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