भारत ने फिर से अपना वर्चस्व साबित कर विश्व धरोहर का तमगा अपने नाम किया है, पुरे भारतवर्ष के लिए यह गर्व की बात है कि राजस्थान की राजधानी जयपुर शहर को यूनेस्को ने विश्व धरोहर घोषित कर दिया है। भारत की पिंक सिटी जयपुर की गिनती अब विश्व धरोहर में की जाएगी। यूनेस्को की इस घोषणा से पुरे भारतवर्ष में खुशी की लहर दौड़ गयी है सभी हर्षोउल्लास मनाते दिख रहे हैं और ऐसे में भारत के पीएम नरेंद्र मोदी भी अपनी खुशी जाहिर करने में पीछे नहीं रहे और ट्वीटर पर ट्वीट कर इस बात की जानकारी सभी के साथ शेयर की। यूनेस्को ने इस बात की पुष्टि अपने ट्वीट के जरिए की है।



बता दें कि राजस्थान की राजधानी जयपुर को विश्व धरोहर घोषित करने पर पीएम मोदी ने ट्वीट करते हुए लिखा कि 'जयपुर का संबंध संस्कृति और वीरता से रहा है। उत्साह से भरपूर जयपुर की मेहमाननवाजी लोगों को अपनी ओर खींचती है। खुशी है कि इसे यूनेस्को ने विश्व विरासत स्थल घोषित किया है।' पीएम मोदी ने अपने वाराणसी दौरे पर जाने से पहले खुद ट्वीट कर बताया था कि वह अपने भाषण के दौरान बजट और आने वाले सालों में भारत के विकास पर विस्तार से चर्चा करेंगे। पीएम मोदी ने काशी को आनंद कानन वन का तोहफा दिया है। दरअसल यूनेस्को विश्व धरोहर समिति के 43वें सत्र में जयपुर को विश्व धरोहर घोषित करने का निर्णय लिया गया।



अजरबैजान की राजधानी बाकू में यह सत्र 20 जून से अजरबैजान के बाकू में चल रहा है और 10 जुलाई तक चलेगा। यूनेस्को ने इस बात की घोषणा खुद ट्विटर के जरिये सभी के साथ साझा की है। राजस्थान में वर्तमान में  37 वर्ल्ड हेरिटेज साइट्स हैं और इनमें चित्तौड़गढ़ का किला, कुंभलगढ़, जैसलमेर, रणथंभोर, और गागरोन का किला शामिल हैं। जयपुर के विश्व धरोहर सूची में शामिल में शामिल होने पर पीएम मोदी के अलावा राज्यस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, पूर्व सीएम वसुंधरा राजे और कई नेताओं ने ने ट्वीट कर अपनी खुशी जताई है। अब तक 167 देशों में 1,092 स्थलों को विश्व धरोहर की सूची में शामिल किया गया है।


ऐतिहासिक इमारतों से घिरे हुए जयपुर की खूबसूरती देखते ही बनती है। पिंक सिटी में टूरिस्ट का ताता लगा रहता है, सभी इसकी खूबसूरती को अपने कैमरे में कैद करते दिखाई देते हैं। राजा जयसिंह ने पिंक सिटी यानि जयपुर शहर की स्थापना 1727 में की थी। जयपुर शहर अपने रंग रूप को लेकर पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र है, इस खुशी पर केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री प्रल्हाद पटेल ने भी इस फैसले को देश के लिए गर्व का विषय बताया है। सूत्रों के मुताबिक यूनेस्को की अंतरराष्ट्रीय परिषद की टीम जयपुर में साल 2018 में निरीक्षण के लिए आयी थी और इस साल यूनेस्को ने जयपुर को विश्व धरोहर की सूची में शामिल कर लिया है।

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