बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने भाई और पार्टी उपाध्यक्ष आनंद कुमार पर आयकर विभाग की छापेमारी को राजनीति से प्रेरित कार्रवाई करार दिया है। मायावती ने शुक्रवार सुबह प्रेस कॉन्फ्रेंस कर केंद्र की मोदी सरकार पर सरकारी मशीनरी के दुरुपयोग का आरोप लगाया।



बीजेपी पर सीधे हमला करते हुए मायावती ने कहा कि बीजेपी को वंचितों को आगे बढ़ने से तकलीफ होती है। बीजेपी को अपनी ओर भी झांककर देखना चाहिए। चुनाव के दौरान 2000 करोड़ से ज्यादा बीजेपी के खाते में आए लेकिन इसका अब तक खुलासा नहीं हुआ। इसकी भी जांच होनी चाहिए। 



आनंद ने करीबी के नाम पर प्लॉट खरीदा था
अधिकारियों के बताया कि 16 जुलाई को दिल्ली की बेनामी निषेध इकाई (बीपीयू) ने इस प्लॉट को जब्त करने का आदेश दिया था। आनंद कुमार ने यह संपत्ति अवैध तरीके से किसी करीबी के नाम पर खरीदी थी। दो साल की जांच के बाद इस बात के पुख्ता सबूत आयकर अधिकारियों को मिल चुके हैं। इससे पहले भी आनंद को बेनामी संपत्ति के मामले में नोटिस भेजे जा चुके हैं।



मायावती के सत्ता में आने के बाद भाई की संपत्ति बढ़ी
आनंद कुमार कभी नोएडा प्राधिकरण में क्लर्क हुआ करते थे। मायावती के यूपी के मुख्यमंत्री बनने के बाद उनकी संपत्ति तेजी से बढ़ी। आनंद पर फर्जी कंपनी बनाकर करोड़ों रुपए कर्ज लेने का आरोप भी लगा था। 2007 में मायावती की सरकार आने के बाद आनंद ने एक के बाद एक 49 कंपनियां खोली थीं।

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