उत्तराखंड के स्कूल की छात्रा को 'टैक्सी ड्राइवर 2' मोबाइल गेम की ऐसी लत लगी कि वह घर से भाग गई और 20 दिनों तक 9 शहर घूम आई। लड़की उत्तराखंड के पंत नगर की रहने वाली है। उसकी यह यात्रा तब समाप्त हुई जब पुलिस ने दिल्ली में बुधवार देर रात छात्रा को रोका और पूछताछ की। उसने बताया कि वह घर से बिना बताए निकली है। इसके बाद पंत नगर पुलिस से संपर्क किया गया और पूरे मामले की जानकारी दी।


लड़की ने पुलिस को बताया कि वह ऐम्स में अपने एक भाई से मिलने आई थी लेकिन बाद में उसने सच्चाई जाहिर की। पुलिस को उसके पास से एक कागज मिला, जिसमें कई फोन नंबर लिखे थे। पुलिस ने उन नंबरों से पता लगाया कि वह पिछले 17 दिनों से घर से गायब थी। पुलिस ने लड़की के परिवारवालों से संपर्क किया। इसके बाद लड़की के माता-पिता उसे लेने दिल्ली आए। 


पुलिस के मुताबिक- लड़की को दक्षिण कोरियाई थ्रीडी मोबाइल ड्राइविंग गेम 'टैक्सी ड्राइवर 2' की लत लग गई थी। वह अपनी मां के फोन में इस गेम को खेलती थी। गेम में खिलाड़ी एक टैक्सी के पहियों के पीछे निकलते हैं और अपने ग्राहकों के साथ एक बड़े महानगर तक दौड़ लगाते हैं। लड़की भी इसे फॉलो करने लगी।



अंतर्मुखी स्वभाव की थी लड़की 

वह एक जुलाई को 14 हजार रूपए लेकर पंत नगर स्थित अपने घर से निकली और ऋषिकेश, हरिद्वार, बरेली, लखनऊ, उदयपुर, जयपुर, अहमदाबाद, दिल्ली और पुणे की यात्रा कर आई। पुलिस ने कहा कि वह अचानक ही किसी नए शहर पहुंचती थी। वह रात में सफर करती थी और दिन में घूमती थी। उसके दोस्त ने बताया कि वह अंतर्मुखी स्वभाव की है और ज्यादातर समय मोबाइल गेम खेलने में लगाती है।



विशेषज्ञ बोले- ऐसे बच्चों पर ध्यान दें जो ज्यादा घुलते-मिलते नहीं हैं इंस्टीट्यूट ऑफ ह्यूमन बिहेवियर एंड अलाइड साइंसेज के निदेशक डॉ. निमेश देसाई ने कहा, ‘‘माता-पिता को चाहिए कि वह ऐसे बच्चों पर ध्यान दें जो लोगों या परिवार वालों से ज्यादा घुलते-मिलते नहीं हैं। ऐसे बच्चों को अपनी ही दुनिया की तुलना में वास्तविक दुनिया में मिलने-जुलने का अधिक मौका दिया जाना चाहिए।’’


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