नई दिल्ली। आर्थिक तंगी से जूझ रहे पाकिस्तान को फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स के एशिया पेसिफिक ग्रुप ने ब्लैक लिस्ट कर दिया है। करीब सात घंटे से ज्यादा समय तक चली चर्चा में एफएटीएफ एपीजी में ये फैसला लिया गया। ऑस्ट्रेलिया की राजधानी कैनबरा में आयोजित बैठक के फैसले के बारे में जानकारी रखने वाले एक भारतीय अधिकारी ने बताया कि एपीजे ने पाकिस्तान को मानकों पर खरा नहीं उतरने की वजह से ईईएफयू लिस्ट (ब्लैक लिस्ट) में डाल दिया है।


पाकिस्तान ने धन शोधन और आतंकवाद के वित्त पोषण संबंधी 40 मानकों में से 32 का पालन करने में असफल रहा है। इसके अलावा आतंकवादी गतिविधियों के लिए धन मुहैया कराने सहित 11 अन्य प्रभावी मानकों में से भी 10 में पाकिस्तान खरा नहीं उतरा।


एफएटीएफ ने पाकिस्तान पर अपने कड़े फैसले से पहले पिछले महीने अमेरिका के फ्लोरिडा में बैठक की थी। तब एफएटीएफ ने पाकिस्तान से कहा था कि वह अपनी धरती से उत्पन्न होने वाले आतंकवाद तथा आतंकी वित्त पोषण (टेरर फंडिंग) संबंधी वैश्विक चिंताओं को दूर करने के लिए ठोस, सत्यापन योग्य, अपरिवर्तनीय और विश्वसनीय कदम उठाए।


इसी कड़ी में संस्था ने प्रतिबंधित आतंकी संगठनों लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद की देश में गतिविधियों का पुनर्मूल्यांकन करने के लिए कहा है। शायद इसी का नतीजा है कि पाकिस्तान ने बुधवार को 26/11 मुंबई हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद और उसके 12 सहयोगियों के खिलाफ टेरर फंडिंग के आरोप में केस दर्ज किया।




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