इन दिनों अगर आप भारत की राजनीति जगत पर थोड़ा सा गौर करेंगे तो आप देखेंगे की यहाँ पर काफी उठा पटक मची हुई है। बता दें की देश में इन दिनों एक के बाद एक बड़े बड़े घोटालों का ना सिर्फ खुलासा किया जा रहा है बल्कि उसमें शामिल लोगों पर कडा शिकंजा भी कसता जा रहा है। इसी बीच जब से INX मीडिया केस में पूर्व वित्तमंत्री पी चिदंबरम का नाम आया है तब से मानों हर तरफ उनकी ही बातें हो रही है। जैसा कि आप भी जानते हैं कि पूर्व वित्तमंत्री पी चिदंबरम का नाम आने के बाद जब पुलिस उनके आवास पर गई तो उनकी गैरमौजूदगी से इस मामले ने और ज्यादा तूल पकड़ ली, फिर क्या था लोग तरह तरह की बातें सोशल मीडिया पर करने लगे।



इस पूरे मामले में हर कोई अपनी अपनी बात सामने रख रहा, इस दौरान गृहमंत्री अमित शाह को जोड़कर देखा जा रहा है। वहीं आपको बता दें कि एक समय ऐसा भी था जब यूपीए की जब सरकार थी तब यूपीए के शासन के दौरान अमित शाह को इसी तरह से सीबीआई ने गिरफ्तार किया था। दरअसल अमित शाह की गिरफ्तारी के दौरान पी. चिदंबरम देश के गृहमंत्री थें और उस समय सोहराबुद्दीन एनकाउंटर केस में अमित शाह को जेल में रहना पड़ा था। उनके गुजरात जाने पर पाबंदी लगा दी गई थी। लेकिन लोग आज उस दिन को याद करके कह रहे थें कि समय बदल चुका है और इस गेम में एक समय में कांग्रेस ने बीजेपी के दिग्गज नेता को शिकस्त दी थी, यह घटना 9 साल पूरानी है बस अंतर यह है कि कहानी के किरदार बदल गए हैं। आज कांग्रेस का बुरा समय चल रहा है, जब अमित शाह के साथ ये घटना हुई थी तो उनको लेकर कहा जा रहा था कि साल 2012 में उन्होंने गुजरात वापस लौटने पर बोला था।



अमित शाह को 29 अक्टूबर, 2010 को गुजरात हाईकोर्ट ने बेल दी। दो साल तक गुजरात से बाहर रहने के बाद 2012 में गुजरात विधानसभा चुनाव से ठीक पहले अमित शाह को सुप्रीम कोर्ट से गुजरात लौटने की इजाजत मिली। बाद में 2015 में स्पेशल सीबीआई कोर्ट ने उन्हें सभी आरोपों से बरी कर दिया। अब लोग कह रहे हैं कि यही वो दिन है जिसके लिए वो शेर कहा गया था। इस शह और मात का खेल है, जिसमें इस बार बाजी बीजेपी के हाथ में है। जो लोग इस पूरी राजनीति के इतिहास में दिलचस्पी रखते हैं उनको ये सारी बातें याद हैं वहीं जो नहीं भी जानते हैं वो इस मामले में रूचि रखने लगे हैं। हालांकि फिल्हाल पी चिदंबरम के मामले में सीबीआई जांच में लगी हुई है, फिलहाल तो चिदम्बरम 4 दिनों की रेमंड पर हैं मगर ऐसा भी कहा जा रहा है कि सीबीआई आगे 7 दिन की और रिमांड मांग सकती है। इस समय अंतराल में सीबीआई पी चिदंबरम से पूछताछ करेगी। इतना ही नहीं सीबीआई और ईडी के पास चिदंबरम के खिलाफ पुख्ता सबूत हैं। उनके विदेशों में संपत्ति और बैंक अकाउंट्स को खंगाला जा रहा है। अब देखना ये है कि पी चिदंबरम को इस मामले में कितनी परेशानियां उठानी पड़ रही है और कब तक ये मामला शांत होगा।

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